नमस्कार, आप सुन रहे हैं समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में शुक्रवार 31 जुलाई 2020 का प्रादेशिक आडियो बुलेटिन, अब आप रीना सिंह से समाचार सुनिए.
कोरोना के संक्रमित मरीजों की तादाद जिस तेजी से बढ़ रही है वह चिंताजनक माना जा सकता है। संक्रमित मरीजों का आंकड़ा पौने 17 लाख के करीब पहुंच गया है। वर्तमान में यह आंकड़ा 16 लाख 63 हजार 209 पहुंच गया है। देश में कुल एक्टिव मरीजों की तादाद से लगभग 05 लाख 12 हजार से ज्यादा लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। देश में अब तक सक्रिय मरीजों की तादाद 05 लाख 57 हजार 289 एवं रिकव्हर्ड मरीजों की तादाद 10 लाख 69 हजार 521 है, एवं जिनका निधन हुआ है उनकी संख्या 35 हजार 981 है। अब तक देश में कुल 01 करोड़ 88 लाख 32 हजार 970 लोगों का कोविड परीक्षण कराया जा चुका है। मध्य प्रदेश में कुल संक्रमित मरीजों की तादाद से लगभग 13 हजार 203 ज्यादा लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। प्रदेश में आंकड़ा 30 हजार 968 पहुंच गया है, जिसमें एक्टिव मरीजों की तादाद 08 हजार 454, रिकव्हर्ड मरीजों की तादाद 21 हजार 657 एवं जिनका निधन हुआ है उनकी तादाद 857 है। प्रदेश में अब तक 7 लाख 52 हजार से ज्यादा लोगों का टेस्ट कराया जा चुका है।
प्रदेश में जिन जिलों में कोरोना के संक्रमित मरीजों की तादाद चार सौ से ज्यादा है उनमें वर्तमान में इंदौर में 07 हजार 216 कुल मरीजों में से एक्टिव मरीजों की तादाद 01 हजार 914 एवं जिनका निधन हुआ है उनकी संख्या 310 है, भोपाल में 06 हजार 105 कुल मरीज, एक्टिव मरीजों की तादाद 2 हजार 61, जिनका निधन हुआ है उनकी तादाद 169, ग्वालियर में 02 हजार 211 कुल मरीजों में एक्टिव मरीजों की तादाद 590 एवं जिनका निधन हुआ है उनकी संख्या 12, मुरैना में कुल मरीजों की संख्या 1 हजार 567 एवं सक्रिय मरीजों की तादाद 160 एवं जिनका निधन हुआ है उनकी तादाद 9, उज्जैन में एक हजार 166 कुल एवं एक्टिव मरीजों की तादाद 202 एवं जिनका निधन हुआ है उनकी संख्या 74, जबलपुर में कुल 01 हजार 144 संक्रमित मरीजों में से 350 एक्टिव एवं 27 लोग कालकलवित हुए हैं, खरगौन में कुल मरीजों की संख्या 693, एक्टिव मरीजों की तादाद 126 एवं जिनका निधन हुआ है उनकी संख्या 17, सागर में कुल 660 में से एक्टिव मरीजों की तादाद 124 एवं जिनका निधन हुआ उनकी संख्या 32, नीमच में कुल मरीजों की संख्या 673 एवं एक्टिव मरीजों की तादाद 122 व जिनका निधन हुआ उनकी तादाद 09, खण्डवा में 618 कुल एवं एक्टिव 86 व जिनका निधन हुआ उनकी संख्या 19, बुरहानपुर में कुल 472 मरीजों में एक्टिव मरीजों की तादाद 19 व जिनका निधन हुआ उनकी संख्या 24, भिण्ड में 451 कुल संक्रमित मरीजों में से एक्टिव मरीज 31 है एवं एक मरीज का निधन हुआ है, देवास में कुल मरीज 426 एवं एक्टिव मरीजों की तादाद 74 एवं जिनका निधन हुआ उनकी संख्या 10 एवं बड़वानी में 608 कुल मरीजों में से संक्रमित मरीज 298 एवं जिनका निधन हुआ है उनकी तादाद 07 एवं रतलाम में कुल 409 संक्रमित मरीजों में से एक्टिव मरीज 63 एवं जिनका निधन हुआ है उनकी तादाद 09 है। प्रदेश में एक भी जिले में एक्टिव मरीजों की तादाद शून्य नहीं है।
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मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में ऑनलाइन को लेकर प्रदेश के स्कूल संचालकों से पूछा है कि आखिर वह बिना मान्यता के ऑनलाइन क्लासेस कैसे संचालित कर रहे हैं? प्रदेश में निजी स्कूलों को फिजीकल क्लास संचालित करने की मान्यता मिली हुई है। कोर्ट में जनहित याचिका पर बोलते हुए अधिवक्ता अतुल कुमार जैन ने कहा कि जब दुनिया कोराना से जूझ रही है तब स्कूल संचालक छात्रों और पालकों को परेशान कर रहे हैं।
पीआईएल पर मुख्य न्यायाधीश अजय कुमार मित्तल व जस्टिस राजीव कुमार दुबे की युगलपीठ सुनवाई कर रही है। कोर्ट में याचिकाकर्ता के वकील ने पूछा कि जब प्रदेश सरकरा निजी स्कूलों को फिजिकल क्लासेस चलाने के लिये मान्यता देतीहै, तो फिर आखिर स्कूल ऑनलाइन क्लासेस कैसे संचालित कर रहे हैं? प्रदेश में स्कूल संचालक ऑनलाइन क्लास के नाम पर पालको से जबरन फीस बूल रहे हैं और इस मामले में किसी तरह की पारदर्शिता भी नहीं है। अगर नियम की बात की जाए तो कोई भी स्कूल फिजिकल क्लासेस की ट्यूशन फीस को ऑनलाइन क्लासेस के नाम से नहीं वसूल सकता। अब इस मामले की सुनावाई पहले से विचाराधीन जनहित याचिकाओं के साथ 10 अगस्त को होगी।
वही दूसरी ओर भारत सरकार मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा ऑनलाइन डिजिटल शिक्षण प्रज्ञता के संबंध में जारी निर्देशानुसार अब मध्यप्रदेश में प्री-प्राइमरी एवं प्राइमरी कक्षाओं में भी ऑनलाइन, डिजिटल कक्षाओं के माध्यम से शिक्षण कार्य किया जा सकेगा। केन्द्रीय मानव एवं विकास संसाधन मंत्रालय ने दूरस्थ शिक्षा विशेषकर मोबाइल, लैपटॉप, कम्प्यूटर के माध्यम से ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन को देखते हुए निर्देश जारी किये हैं। प्री-प्राईमरी कक्षाओं में सप्ताह में 3 दिन, अधिकतम 30 मिनट तक ऑनलाइन क्लास ली जा सकती है। इसके लिये पालक एवं अभिभावकों से भी चर्चा की जायेगी।
प्रारंभिक कक्षाओं (पहली से आठवीं तक) के लिये नियत दिवसों में सप्ताह में 5 दिन अधिकतम 2 सत्र किये जा सकेंगे एवं प्रत्येक सत्र की अवधि 30 से 45 मिनट तक होगी। हाई एवं हायर सेकंडरी (कक्षा 9वीं से 12वीं) कक्षाओं के लिये नियत दिवसों में सप्ताह में 6 दिन अधिकतम 4 सत्र किये जा सकेंगे। प्रत्येक सत्र की अवधि 30 से 45 मिनट तक होगी।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं तथा कोरोना मरीजों को निःशुल्क एवं सर्वाेत्तम इलाज की व्यवस्था की गई है। इसके चलते हमने कोरोना पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया है, और हम शीघ्र ही कोरोना को पूर्ण रूप से परास्त कर देंगे। परंतु इस कार्य में राज्य के बजट का एक बड़ा हिस्सा व्यय हुआ है तथा आगे भी राशि की जरूरत होगी। हम सबका दायित्व है कि हम शासन के अनावश्यक खर्चों में कटौती करें वहीं व्यक्तिगत रूप से जो भी सहायता कर सकें करें। मैंने निर्णय लिया है कि मैं मुख्यमंत्री का पद ग्रहण करने के दिनांक से आगामी 30 सितंबर तक अपने वेतन एवं भत्तों की 30 प्रतिशत राशि कोरोना कार्य के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराऊंगा। अभी तक मेरे द्वारा पहले 3 महीनों की राशि एक लाख 40 हजार रूपये जमा करा दी गई है। मेरे मंत्रिमंडल के साथी भी यह कार्य कर सकते हैं। हमें अब जनता के सक्रिय सहयोग से कोरोना को पूर्ण रूप से परास्त करना है। इसके लिए मध्यप्रदेश में आगामी 1 अगस्त से संकल्प की चेन जोड़ो, संक्रमण की चेन तोड़ो अभियान चलाया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विधायकगण अपनी विधायक निधि का उपयोग अपने क्षेत्र में कोरोना नियंत्रण संबंधी कार्यों जैसे मेडिकल स्टाफ के लिए आवश्यक उपकरण, फेस मास्क, थर्मामीटर, पीपीई किट्स, टेस्टिंग किट, वेंटिलेटर, सैनिटाइजर क्रय आदि के लिए करें। इसी के साथ प्रदेश के 22 जिलों में जिला खनिज निधि में आने वाली प्रतिवर्ष लगभग 500 करोड़ रूपये की राशि की एक तिहाई राशि इन जिलों में कोरोना संबंधी कार्यों और गरीबों के लिए रोजगार मूलक कार्यों में खर्च की जा सकेगी। संबंधित जिले के प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से यह राशि स्वीकृत की जाएगी। मंत्रीगणों को जिलों के प्रभार अगले सप्ताह तक आवंटित कर दिए जाएंगे।
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मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को दावा किया कि अगले एक-दो दिन में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हो जाएगी। राजधानी भोपाल में मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार हर हालत से निपटने के लिए तैयार है। अस्पतालों में सारी व्यवस्थाएं दुरूस्त हैं, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि इनकी जरूरत शायद न पड़े।
गृह मंत्री ने कहा कि पूरे देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं और एमपी भी इसमें शामिल है। लेकिन अच्छी बात यह है कि प्रदेश में रिकवरी रेट काफी अच्छा है। इसी आधार पर उन्होंने अगले एक-दो दिन में कोरोना की रफ्तार थमने की उम्मीद जताई।
नरोत्तम मिश्रा ने हालांकि लोगों से कोरोना के बचाव के लिए हर नियम का पालन करने की अपील की। उन्होंने एक दिन पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान के उस फैसले की भी याद दिलाई जिसमें 14 अगस्त तक मंत्रियों-विधायकों और राजनीतिक दलों के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगाने की बात कही गई थी।
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समाचारों के बीच में हम आपको यह जानकारी भी दे दें कि मौसम के अपडेट जाने के लिए समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के चेनल पर रोजाना अपलोड होने वाले वीडियो जरूर देखें। मौसम से संबंधित अपडेट मूलतः किसानों, निर्माण कार्य करवाने वालों आदि के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के द्वारा अब तक मौसम के जो पूर्वानुमान जारी किए गए हैं, वे 95 से 99 फीसदी तक सही साबित हुए हैं।
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देश में ज्यादातर लोग किसान हैं। किसान को अन्नदाता कहा जाता है। आए दिन उनकी जमीन में सूखा भी पड़ता है, बाढ़ भी आती है, कर्ज की फांस भी गला कसता जाती है लेकिन वो फिर भी अन्न बोता है, ताकि दुनिया खा सके, जी सके। पानी की किल्लत देश के किसान के लिए बड़ी समस्या है। लेकिन ऐसे में मध्यप्रदेश के एक किसान ने काफी जबर तरीका निकाला। उसने खाली ग्लूकोज की बोतलों से ड्रिप सिस्टम बना दिया।
यह कहानी मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल जिले झाबुआ की। बता दें कि ये पहाड़ी क्षेत्र है। यहां फसल कम होती है। ऐसे में रमेश बारिया जोकि एक किसान हैं उन्होंने इसका एक उपाय निकाला। साल 2009 – 2010 में राष्ट्रीय कृषि नवाचार परियोजना के कृषि वैज्ञानिकों से संपर्क किया। उनके अपने इलाके की दिक्कतें बताई। वैज्ञानिकों ने उन्हें गाइडेंस दी। बताया कि सर्दी और बरसात के मौसम में छोटे से पैच में सब्जी की खेती शुरू करे। इस तरह की खेती के लिए उनकी जमीन उचित थी। उन्होंने तो यहां करेला, स्पंज लौकी उगाना शुरू किया, एक छोटी नर्सरी भी बनाई।
मानसून में देरी होने के कारण पानी की भारी कमी हो रही थी। ऐसे में फसल खराब हो सकती थी। बारिया ने फिर से विशेषज्ञों का सुझाव लिया। उन्होंने बताया कि वे वेस्ट ग्लूकोज की पानी की बोतलों की मदद ले सकते हैं। इससे उन्होंने एक सिंचाई तकनीक अपनाई।
पहले उन्होंने 20 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब ग्लूकोज की बोतलें खरीदी। फिर एक इनलेट बनाने के लिए ऊपरी आधे हिस्से को काट दिया। फिर पौधों के पास लटका दिया। इन बोतलों से बूंद-बूंद का पानी का प्रवाह बना रहा।
इन पौधों पर रोज उनके बच्चे सुबह स्कूल जाने से पहले पानी भरते। इस तकनीक से वो सीजन में 0.1 हेक्टेयर भूमि से 15,200 रुपये का फायदा उठाने में सफल रहे। ना तो पौधे सूखे हुए और ना ही पानी की बर्बादी हुई। गांव के बाकी लोगों ने भी इस तकनीक को अपनाया। वेस्ट प्लास्टिक को भी उन्होंने यूज में ले लिया। रमेश बारिया को जिला प्रशासन और मध्य प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री की सराहना के साथ-साथ प्रमाण पत्र से सम्मानित किया।
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पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने राम मंदिर निर्माण का स्वागत किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि देशवासियों को बहुत दिनों से इसकी अपेक्षा और आकांक्षा थी। हर भारतवासी राम मंदिर निर्माण पर सहमत है और उनकी सहमति से ही निर्माण हो रहा है। यह सिर्फ भारत में ही संभव है। वहीं, भाजपा नेता और प्रदेश भाजपा के पूर्व मीडिया प्रभारी गोविंद मालू ने उनके ट्वीट पर तंज कसा। धन्यवाद देने के साथ उन्होंने कहा कि सत्ता से हटते ही कमल नाथ को भगवान राम और राम मंदिर की महत्ता पता चल गई। मालू ने पूर्व मुख्यमंत्री को सलाह दी है कि वे अपने पार्टी के शीर्ष नेताओं को भी रामपथ पर ले आएं, जिन्होंने मंदिर निर्माण में अड़ंगे डाले और हलफनामा देकर श्रीराम को काल्पनिक बताया था। उन्होंने कमल नाथ से कहा कि यह मान लें कि भाजपा के सभी मुद्दे सही हैं।
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कोरोना वायरस संक्रमण और लॉक डाउन के कारण मध्य प्रदेश में प्राइवेट और सरकारी स्कूल 31 अगस्त तक बंद रखे जाएंगे। इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। उल्लेाखनीय है कि केंद्र सरकार की अनलॉक-3 की गाइडलाइन में भी स्कूल-कॉलेज इसी अवधि तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले शिक्षण संस्थाडएं 30 जुलाई तक बंद रखने के आदेश जारी किए गए थे। वहीं कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उच्च शिक्षण संस्थानों, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में शैक्षणिक कार्य पहले से ही बंद कर दिए गए हैं।
सभी सरकारी और निजी स्कूल 31 अगस्त तक बंद रखने के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने गुरुवार को आदेश जारी कर दिए। विभाग के उपसचिव प्रमोद सिंह द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर इन्हें पहले 30 जुलाई तक बंद रखे जाने के निर्देश दिए गए थे। इससे पहले इन्हें बंद करने के आदेश को 30 जून से बढ़ाकर 30 जुलाई कर दिया गया था।
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महुआ की बात होती है तो लोगों के ध्यान में महुआ से बनी मदिरा ही आती है। जबलपुर जिले के कुंडम के आदिवासियों ने महुआ से अचार बनाकर इस धारणा को गलत साबित किया है। शुरुआती सफलता के बाद अब इसे बड़े पैमाने पर करने की तैयारी है।
जबलपुर से 40 किलोमीटर दूर कुंडम विकासखंड में ग्राम सभाओं ने मिलकर महा ग्रामसभा- रोरिया का गठन किया है, जिसमें जय भारती शिक्षा केंद्र संस्था का सहयोग रहा है।
खुद को प्राप्त वन अधिकारों का उपयोग कर आदिवासियों को जोड़ते हुए संस्था ने महुआ का अचार बनाने की पहल की, जो सफल रही है। संस्था का दावा है कि पहली बार महुआ से अचार बनाया जा रहा है, जोकि स्वास्थ्यवर्धक है और पसंद किया जा रहा है।
आदिवासियों द्वारा महुआ का अचार बनाने के लिए कृषि विज्ञानियों ने आदिवासियों को प्रशिक्षण देते हुए स्टोरेज का तरीका बताया है।
शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय जबलपुर के सह प्राध्यापक रवि कुमार श्रीवास्तव के अनुसार आयुर्वेद चिकित्सा में महुआ का अपना महत्व है। सांस फूलना, रक्तचाप को रोकना, मधुमेह को नियंत्रित करना इत्यादि में महुआ का उपयोग किया जाता है। महुआ की पत्ती, तना, जड़ और फूल कई बीमारियों को ठीक करने में उपयोग में लाए जाते हैं। महुआ से बनने वाला यह अचार हर लिहाज से स्वास्थ्यवद्घर््धक है। सबसे बड़ी बात यह कि इससे आदिवासियों को आमदनी का एक और स्त्रोत मिल जाएगा।
संस्था के समन्वयक भारत नामदेव ने कहा कि अचार बनाने में कृषि विज्ञानियों की सलाह और प्रशिक्षण लिया गया है। अचार स्वास्थ्यवर्धक है। वहीं, रोरिया ग्रामसभा के अध्यक्ष हुब्बी लाल आर्माे ने बताया कि गांव के आदिवासियों की आजीविका के लिए महुआ का अचार उपयोगी सिद्ध हो रहा है। अब हमने इसे बड़े पैमाने पर बनाने का निर्णय लिया गया। यह अचार पहले स्थानीय बाजारों में भी भेजा जाएगा।
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सरकारी दफ्तरों में अफसरों को कुछ भी पहनना अब महंगा पड़ सकता है। डयूटी के टाइम में जींस और टीशर्ट कतई नहीं चलेगी। संभागायुक्त एमबी ओझा ने संभाग के सभी संभागीय अधिकारियों एवं जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए कि शासन के निर्देशानुसार सभी शासकीय सेवकों को गरिमापूर्ण, शालीन एवं औपचारिक परिधान पहनकर शासकीय कार्यालय में डयूटी करना होगी। निर्देशों की अवहेलना करते पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्यवाई की जाएगी।
संभागायुक्त ने अपने आदेश में उल्लेख किया है कि उनके द्वारा अशोकनगर जिले के भ्रमण के दौरान अपर कलेक्टर जैसे वरिष्ठ अधिकारी द्वारा बैठक में फैटेड जीन्स पहनकर उपस्थित होना,उक्त कृत्य शासकीय सेवक के पद की गरिमा के विपरीत होकर अमर्यादित आचरण की ओर इंगित करता है, जो उचित नहीं है। ज्ञात रहे कि 20 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित समीक्षा बैठक में मंदसौर जिले के वन मण्डलाधिकारी द्वारा अशालीन परिधान (टीशर्ट) पहनकर शामिल होने पर मुख्यमंत्री सहित मुख्य सचिव द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को शालीन, औपचारिक एवं गरिमापूर्ण परिधान पहनकर कार्यालय में आने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।
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आप सुन रहे थे रीना सिंह से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में शुक्रवार 31 जुलाई का प्रादेशिक आडियो बुलेटिन। शनिवार 01 अगस्त को आडियो बुलेटिन का अवकाश रहेगा, इसलिए रविवार 02 अगस्त को एक बार फिर हम आडियो बुलेटिन लेकर हाजिर होंगे, अगर आपको यह आडियो बुलेटिन पसंद आ रहे हों तो आप इन्हें लाईक, शेयर और सब्सक्राईब जरूर करें। फिलहाल इजाजत लेते हैं, नमस्कार।

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