बहुत से लोग अक्सर पेट फूलने की बात करते हैं। कुछ लोगों की शिकायत होती है कि कुछ भी थोड़ा बहुत खाने-पीने से उनका पेट भरा-भरा महसूस होता है, कुछ लोगों को पेट हमेशा भारीपन महसूस होता है। मेडिकल भाषा में इसे ब्लोटिंग (Bloating) कहा जाता है। इसका मतलब यह होता है कि पेट में हवा या गैस भर जाती है, जिसके बाहर नहीं निकलने से पेट गुब्बारे की तरह फूला हुआ महसूस होता है।
वैसे तो यह स्थिति गलत खान-पान और सुस्त जीवनशैली का हिस्सा है लेकिन कई बार कुछ गंभीर रोग जैसे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) भी इसकी वजह हो सकते हैं। पेट फूलने की वजह कुछ भी हो, इसके कारण को जानना जरूरी है ताकि बेहतर इलाज में मदद मिल सके। पेट फूलने की समस्या कई बार कब्ज की वजह से भी होती है।
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ब्लोटिंग से बचने के लिए सबसे पहले आपको अपनी डाइट बदलनी चाहिए। हालांकि मेडिकल में भी इसके लिए कई दवाएं और उपचार मौजूद हैं। इन सबसे हटकर आयुर्वेद में भी पेट फूलने की समस्या का इलाज है। आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार ब्लोटिंग से छुटकारा पाने का एक असरदार नुस्खा है।
पेट फूलने यानी ब्लोटिंग के कारण
बहुत ज्यादा देर तक बैठे रहना
बिना भूख के खाना
भोजन के बाद या भोजन के दौरान ज्या पानी पीना
रात को देर से खाना
बहुत ज्यादा कच्ची सब्जियां खाना
ब्लोटिंग से छुटकारा पाने का आयुर्वेदिक नुस्खा
एक चम्मच देसी गाय का घी गर्म करें, फिर 2 चुटकी सेंधा नमक डालें, इस मिश्रण को भोजन से ठीक पहले दोपहर और रात के खाने के लिए केवल सप्ताह के लिए लें। इससे आपको पेट फूलने की समस्या से आराम मिल सकता है।
आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार गुना में घी वतनुलमन है। यह अग्निप्रदीपक गुण के कारण भोजन को पचाने में भी मदद करता है। सेंधा नमक भी अग्निप्रदीपक है, जो पाचन में सुधार करने में मदद करता है और गैस से भी छुटकारा दिलाता है।
रोजाना सुबह कम से कम आधा घंटा टहलें, सिर्फ खाने के बाद नहीं। चलने से वात गैस नीचे की ओर निकलती है। इससे सूजन को भी दूर करने में मदद मिलती है।
इस बात का रखें ध्यान
यदि आप पुरानी जीआई विकारों (GI Disorders) से पीड़ित हैं, तो सबसे पहले आपको इसका इलाज कराना चाहिए। यह रोग इलाज योग्य है। इस तरह के पेट में गैस बनने की बड़ी वजह होते हैं। किसी अच्छे डॉक्टर से परामर्श लें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
(साई फीचर्स)

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