बचपन के समय की बात कर रहा हूं.. . .

एक बाबा प्रवचन दे रहे थे.
बाबाः लोग अपने कपड़ों के स्टाइल पर इतने पैसे खर्च करते है. जबकि जीवन के सबसे हसीन लम्हे तो बिना कपड़ों के ही गुजरते हैं.
एक भक्त चिल्लांयाः क्याा अश्लील प्रवचन दे रहे हो बाबा.
बाबा बोलेः तुम क्यों अश्लील पल सोच रहे हो।, मैं तो बचपन के समय की बात कर रहा हूं.. . .
(साई फीचर्स)