बैस का रहेगा इकबाल बुलंद, बने रहेंगे प्रशासनिक मुखिया

(ब्यूरो कार्यालय)

भोपाल (साई)। प्रदेश का अगला मुख्य सचिव कौन होगा, इन कयासों पर अब विराम लग गया है। पुराने मुख्य सचिव और 1885 बैच के आईएएस इकबाल सिंह बैंस को ही छह महीने का विस्तार दिया गया है।

इकबाल सिंह बैंस 30 नवंबर को रिटायर होने वाले थे। इससे पहले ही देर रात उन्हें कार्यकाल विस्तार का आदेश जारी कर दिया गया। अब वे 30 मई को रिटायर होंगे। इस रेस में कई सीनियर अधिकारी शामिल थे। कथित रूप से कहा जा रहा है कि उनकी नियुक्ति को लेकर केंद्र से मंजूरी नहीं मिली है।

नए मुख्य सचिव को लेकर पिछले कई दिनों से असमंजस चल रहा था। मध्य प्रदेश में सीएस पद की दौड़ में केंद्रीय नियुक्ति पर पदस्थ अनुराग जैन का नाम सबसे उपर था। दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश में एसीएस मोहम्मद सुलेमान का नाम था। यह देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद मोर्चा संभाला और 1889 बैच के आईएएस अफसर अनुराग जैन को मध्य प्रदेश का मुख्य सचिव बनाना चाहते थे।

कहा जा रहा है कि इस प्रस्ताव को लेकर शिवराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा भी की, लेकिन मोदी ने अनुराग जैन को देने से मना कर दिया। मोदी ने शिवराज से कहा कि वे दूसरा विकल्प तलाश सकते हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चाह रहे थे कि मोहम्मद सुलेमान को सीएस बनाया जाए लेकिन फिर उन्हें लगा कि प्रधानमंत्री शायद इस नाम को भी न टाल दें। किसी भी तरह के संशय से बचते हुए शिवराज ने बैंस के कार्यकाल को ही छह महीने विस्तार का प्रस्ताव बना लिया। यह प्रस्ताव डीओपीटी में जाकर फंस गया। मामले में सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व्यक्तिगत तौर पर वहां पहुंचे और बैंस के रिटायरमेंट वाले दिन 30 नवंबर को उनका कार्यकाल 6 महीने बढ़ाने के आदेश जारी हो पाए।

मुख्यमंत्री शिवराज चाहते थे कि अनुराग जैन नए सीएस बनाए जाएं लेकिन जैन प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट गति शक्ति योजना का नेतृत्व कर रहे हैं। यह प्रोजेक्ट युवाओं के लिए रोजगार सृजन के मुद्दों पर कार्य कर रहा है। यह प्रोजेक्ट वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए काफी अहम माना जा रहा है। ऐसे में मोदी ने जैन को देने से मना कर दिया।

दरअसल, मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को एक साल भी नहीं बचे हैं। चुनावी साल के अगले 6 में बहुत महत्वपूर्ण होने वाले हैं। ऐसे में अगर कोई अन्य आईएएस को सीएस बनाया जाता तो संभव है कि वह प्रशासनिक व्यवस्था को कैसे संभालता? इसी चिंता से बचने के लिए शिवराज ने बैंस पर ही भरोसा जताया।

कौन हैं इकबाल सिंह बैंस

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जब 2005 में पहली बार कार्यकाल संभाला तभी से 1985 बैच के आईएएस इकबाल सिंह बैंस पर उन्होंने भरोसा जताया। बैंस बेहद सख्त मिजाज के अफसर माने जाते हैं। कुछ वर्षों बाद बैंस शिवराज के प्रमुख सचिव बन गए। प्रशासनिक लिहाज से बैंस, चुस्त-दुरुस्त अधिकारी माने जाते रहे हैं।