लुभाती है पर कुछ नया नहीं दिखाती अनुपम खेर की फिल्‍म

(ब्यूरो कार्यालय)

मुंबई (साई)। सवाल ये नहीं है कि तुम कितनी जोर से गिरते हो, सवाल ये है कि तुम गिरकर उठते हो या नहीं।अनुपम खेर और नीना गुप्‍ता की फिल्‍म शिव शास्‍त्री बैलबोआका ट्रेलर रिलीज हो चुका है।

2 मिनट 43 सेकेंड के ट्रेलर में वैसे तो कुछ भी ऐसा नहीं है, जो अपने पहले कभी सिनेमाई पर्दे पर देखा या सुना नहीं है। लेकिन फिर भी यह किसी कलकल करती नदी की तरह आपको बहा ले जाती है। ट्रेलर के अंत में अनुपम खेर का किरदार शिव शास्‍त्री आपसे जिंदगी में गिरकर उठने की बात करता है। कहानी एक बूढ़े रिटायर बाप की है। वह फाइटर आदमी है। खुद बॉक्‍सर नहीं बना, लेकिन देश को कई बॉक्‍सर्स दिए। यही कारण है कि शिव शास्‍त्री को लोग बलबोआकहकर पुकारते हैं। रिटायरमेंट के बाद वह अमेरिका अपने बेटे के पास पहुंचते हैं। वहां उनकी मुलाकात नीना गुप्‍ता से होती है और यहीं से शिव शास्‍त्री की कहानी बदल जाती है।

सिनेमाई पर्दे की दिलचस्‍पी बीते कुछ साल में हमारे घर में बूढ़े-बुजुर्गों में बढ़ी है। उम्र के इस पड़ाव पर अक्‍सर उन्‍हें घर में पड़े किसी पुराने सोफे की तरह मान लिया जाता है। जो घर की शोभा तो बढ़ाते हैं, लेकिन उनकी चाहतों पर किसी का ध्‍यान नहीं जाता। वक्‍त के इसी तकाजे के इर्द-गिर्द डायरेक्‍टर अजय वेणुगोपालन ने यह कहानी गढ़ी है। वैसे, यह पहला मौका है जब आपको पर्दे पर अनुपम खेर और नीना गुप्‍ता जैसे दो दिग्‍गजों को एकसाथ देखने का मौका मिलता है। दोनों कमला के एक्‍टर्स हैं और यकीनन कही जा चुकी कहानी में भी अपनी अदायगी से जान डाल देते हैं।

ट्रेलर देखकर यह साफ झलकता है कि यह फिल्‍म मॉर्डन लाइफ के स्टीरियोटाइप्स को तोड़ने की कोश‍िश करने वाली है। फिल्म में नरगिस फाखरी और जुगल हंसराज भी नजर आ रहे हैं। शिव शास्त्री को बॉक्‍सिंग से प्‍यार है। वह अमेरिका पहुंचकर अपने पोते को बॉक्सिंग ग्लव्ज दिखाते हैं। लेकिन उसकी इसमें कोई दिलचस्‍पी नहीं है। शिव शास्‍त्री को रॉकी‘ (सिल्वेस्टर स्टैलन) से मिलना है। उनके पास जो लाल बॉक्‍स‍िंग ग्लव्ज हैं, उसे पहनकर ही रॉकी ने फिल्‍म में बॉक्सिंग की थी।

शिव शास्त्री की जिंदगी में नीना गुप्ता की एंट्री विदेश में बस रहे दो भारतीय के तौर पर होती है। नीना बताती हैं कि वह आठ साल से घर की दीवारों में ही कैद हैं, उन्‍हें भारत वापस जाना है। शिव शास्त्री मदद का वादा करते हैं। वह नीना का विजा लगवाते हैं। लेकिन इसी बीच एक चोर उनका पर्स लूट ले जाता है, जिसमें पासपोर्ट, विजा और पैसे थे। फिल्‍म की कहानी यहां से एक एडवेंचर ट्रिप जैसी हो जाती है। अब पीछे पुलिस है। मदद के लिए नरगिस फाखरी और शारिब हाशमी हैं। थोड़ा फन और थोड़ा ड्रामा है।

कुल मिलाकर, फिल्‍म में नया भले ही कुछ न हो, लेकिन दिग्‍गज एक्‍टर्स की एक्‍ट‍िंग इसे एक सुहाने सफर की तरह बढ़ाती हुई दिखती है। कम से कम ट्रेलर देखकर तो यही लगता है। यह फिल्‍म 10 फरवरी 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इसी दिन कार्तिक आर्यन और कृति सेनन की शहजादाभी रिलीज हो रही है। पठानपहले से ही सिनेमाघरों में कमाई की बारिश कर रही है। ऐसे में बॉक्‍स ऑफिस पर शिव शास्‍त्री बलबोआका सफर थोड़ा मुश्‍क‍िल लग रहा है। खासकर बीते एक साल से जिस तरह टिकट ख‍िड़की पर दर्शकों की भीड़ सिर्फ लार्जर दैन लाइफ फिल्‍मों के लिए जमा हो रही है, ‘शिव शास्‍त्री बलबोआको ओटीटी पर दर्शकों से प्‍यार मिलने की ज्‍यादा संभावना है। ऐसे में यह फिल्‍म ओपनिंग डे पर 1-2 करोड़ रुपये के ग्राफ के आसपास ही कमाई करती हुई नजर आ रही है।