भगवान लक्ष्मीनारायण की नूतन प्रतिमाओं को पुष्पाधिवास में कराया शयन

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। भगवान लक्ष्मी नारायण की नूतन प्रतिमाओं का प्राण प्रतिष्ठा समारोह बुधवार सुबह 6 बजे श्रीगणेश गौरी कलश पूजन के साथ वैदिक मंत्रोप्चार से प्रारंभ किया गया।नवगृह, षोडश मातृका, वास्तु मंडल क्षेत्रपाल, सर्वतोभद्र मंडल स्थापन प्रतिष्ठा पूजन के बाद भगवान श्री लक्ष्मीनारायण की प्रतिमाओं का विभिन्न प्रमुख नदियों से लाए गए पवित्र जल से प्रतिमाओं का जलाधिवास कराया गया।इसके बाद दुग्धाधिवास, अन्नाधिवास, फलाधिवास और पुष्पाधिवास कराया गया।पुष्पाधिवास के बाद भगवान लक्ष्मी नारायण की शयन आरती की गई, जिसमें सिवनी अग्रवाल समाज समिति के पदाधिकारियों व सामाजिकजन ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।

पांच जजमान जोड़ों श्रीमती सुनीता बसंत अग्रवाल, श्रीमती प्रीति विजय अग्रवाल, श्रीमती अर्चना गोपाल अग्रवाल, श्रीमती नेहा तरूण संघी, श्रीमती बरखा मोहित संघी से ज्योतिष्चार्य पंडित श्री नीरज तिवारी के साथ ब्रह्माणों ने पूजन विधि-विधान से कराया।गौरतलब है कि जबलपुर रोड़ लूघरवाड़ा स्थित श्री अग्रसेन भवन परिसर में धोलपुर के नक्कासीदार पत्थरों से नवनिर्मित मंदिर के गर्भगृह में भगवान श्री लक्ष्मीनारायण की प्राण प्रतिष्ठा 24 फरवरी को होगी।इसी दौरान अतिथियों द्वारा नवनिर्मित अग्रसेन भवन में महाराज श्री अग्रसेन की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा।बुधवार को आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में अग्रवाल समाज समिति के सभी पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य व सामाजिकजन बड़ी संख्या में मौजूद रहे।कार्यक्रम में महिलाओं ने विशेष रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

दूध व अनाज लेकर पहुंचे लोग

अग्रवाल समाज समिति के प्रवक्ता श्री संजय अग्रवाल ने बताया कि 22 फरवरी बुधवार कलश स्थापना, नवग्रह पूजन के बाद भगवान श्री लक्ष्मीनारायण की नूतन प्रतिमा को मंत्रोच्चारण के साथ जलाधिवास कराया गया।इसके बाद दुग्धाधिवास व अन्नाधिवास, फलाधिवास व अंत में पुष्पाधिवास कराया गया।अग्रवाल समाज के महिलाओं-पुरूषों द्वारा लाए गए दूध, अनाज, पुष्प व फल भी भगवान श्री लक्ष्मीनारायण को श्रद्धाभाव से अर्पित किया गया। 23 फरवरी को सुबह 6 बजे से श्रीगणेश गौरी सहित मंडल पूजन प्रारंभ हो जाएगा।प्रतिमाओं का सुगंधाधिवास 8 बजे, वस्त्राधिवास 12 बजे, शैय्याधिवास 6.16 बजे कराया जाएगा।इसके बाद धोलपुर पत्थरों से तैयार भव्य मंदिर के गर्भगृह में संगमरमर से तैयार भगवान श्रीलक्ष्मी नारायण की आकर्षक प्रतिमा प्रतिष्ठित होगी।

मंचीय कार्यक्रम में शामिल होंगे अतिथि

24 फरवरी को पूजन के बाद सुबह 9.30 बजे श्री गोविंद प्रसाद संघी लूघरवाड़ा के निवास से कलश शोभा यात्रा प्रारंभ होगी, प्रतिमा के साथ विशाल शोभा यात्रा अग्रसेन भवन परिसर तक पहुंचेगी।यहां पर विधि-विधान से प्रतिमाओं को मंदिर के गर्भ गृह में 12.10 बजे स्थापित किया जाएगा।दोपहर 1 बजे सहस्त्रार्चन होगा।इसके बाद श्रीगणेश वंदना की प्रस्तुति के साथ मंचीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री जयंत बिसनचंद सिंघानिया गोंदिया व विशिष्ट अतिथि श्री अनिल कबूलचंद अग्रवाल नागपुर का स्वागत उद्बोधन होगा।दोपहर 3 बजे से हवन पूजन के बाद श्री लक्ष्मी नारायण को शाम 5 बजे छप्पन भोग अर्पित किए जाएंगे।शाम 6 बजे से महाप्रसाद का वितरण किया जाएगा।अग्रवाल समाज समिति ने सामाजिक बंधुओं से सभी धार्मिक अनुष्ठान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की है।