शयन के लिए सजाया गया गर्भगृह

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा…. राधे कृष्णा-राधे कृष्णा जैसे सुमधुर गीतों से अग्रसेन भवन स्थित भगवान लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर गूंज उठा।

गुरूवार को प्रात:काल वैदिक मंत्रोप्चार के साथ श्रीगणेश गौरी सहित मंडल पूजन प्रारंभ किया गया। नूतन प्रतिमाओं का पूजन करने के बाद उन्हें वस्त्राधिवास कराया गया। इसके बाद सुगंधाधिवास कराया गया। इस दौरान अग्रवाल समाज की महिलाओं ने मंदिर परिसर में भगवान लक्ष्मीनारायण के भक्ति गीत, भजन-कीर्तन किया। फूलों की होली खेलते हुए महिलाओं ने श्रीकृष्ण कन्हैया का भजन किया। शाम 5.30 बजे भगवान लक्ष्मी नारायण की शयन आरती की गई।

शयन के लिए सजाया गया गर्भगृह

भगवान के शैयाधिवास के लिए मंदिर के गर्भगृह को सजाया गया। भगवान लक्ष्मी नारायण के विश्राम से लेकर सुबह श्रृंगार से जुड़ी आवश्यक सामग्री गर्भगृह में रखी गई। ज्योतिष्चार्य पंडित नीरज तिवारी के साथ ब्रह्माणों ने पूजन विधि-विधान से भगवान लक्ष्मी नारायण की शयन आरती कराने के बाद नूतन प्रतिमाओं को शैयाधिवास कराया।

इस दौरान अग्रवाल समाज समिति के पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य, बड़ी संख्या में अग्रवाल समाज की महिलाएं व पुरूष मौजूद रहे। जबलपुर रोड़ लूघरवाड़ा स्थित श्री अग्रसेन भवन परिसर में धोलपुर के नक्कासीदार पत्थरों से नवनिर्मित मंदिर के गर्भगृह में भगवान श्री लक्ष्मीनारायण की प्राण प्रतिष्ठा 24 फरवरी को होगी। साथ ही अतिथियों द्वारा नवनिर्मित अग्रसेन भवन में महाराज श्री अग्रसेन की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा।

मंचीय कार्यक्रम में शामिल होंगे अतिथि

अग्रवल समाज समिति के प्रवक्ता श्री संजय अग्रवाल ने बताया कि 24 फरवरी को पूजन के बाद सुबह 9.30 बजे गोविंद प्रसाद संघी लूघरवाड़ा के निवास से कलश शोभा यात्रा प्रारंभ होगी, प्रतिमा के साथ विशाल शोभा यात्रा अग्रसेन भवन परिसर तक पहुंचेगी। यहां पर विधि-विधान से प्रतिमाओं को मंदिर के गर्भ गृह में 12.10 बजे स्थापित किया जाएगा।

दोपहर 1 बजे तुलसी पत्रों से भगवान का सहस्त्रार्चन होगा। इसके बाद श्रीगणेश वंदना की प्रस्तुति के साथ मंचीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री जयंत बिसनचंद सिंघानिया गोंदिया व विशिष्ट अतिथि श्री अनिल कबूलचंद अग्रवाल नागपुर का स्वागत उद्बोधन होगा। दोपहर एक बजे से भोजन प्रसादी की व्यवस्था की गई है। दोपहर 3 बजे से हवन पूजन के बाद श्री लक्ष्मी नारायण को शाम 5 बजे छप्पन भोग अर्पित किए जाएंगे। शाम 6 बजे से महाप्रसाद का वितरण किया जाएगा। अग्रवाल समाज समिति ने सामाजिक बंधुओं से सभी धार्मिक अनुष्ठान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की है।