जग खेलें रंगों की होली . . .

सुख से रैन बसर हो जाए
हर कोई इतना चाहे
तुम प्रीतम यादों में आओ
मैं तो बस इतना चाहूं….

मेरे रंग मेरे हो अबीर
तुम मेरे मन के हो कबीर
जग खेलें रंगों की होली
मैं तो बस तुमको चाहूं….

रात भी सो जाती है शायद
जागते हैं मेरे नैना
यादों की पिचकारी भर – भर
कटती हैं मेरी रैना
फागुन आग लगाए मन में
आ जाओ इतना चाहूं…..

गांव – गली पीपल भीगे है
मेरी अंखियां रंग बरसे
अबकी होली सूनी – सूनी
तेरे दरस को अंखियां तरसे
आ जाओ तुम बनके बहार
मैं तो बस इतना चाहूं….

तुम प्रीतम यादों में आओ
मैं तो बस इतना चाहूं……

✍🏻 आशीष मोहन
9406706752

SAMACHAR AGENCY OF INDIA समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.