मोदी की गारंटी है हर भारतीय को अच्छा स्वास्थ्य, आयुष्मान कार्ड द्वारा : प्रधानमंत्री

(ब्यूरो कार्यालय)

शहडोल (साई)। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आयुष्मान कार्ड हर भारतीय के लिये अच्छे स्वास्थ्य की गारंटी है। इस कार्ड में गरीबों के नि:शुल्क 5 लाख रूपये तक के इलाज की गारंटी है। हिन्दुस्तान में आपका कहीं भी स्वास्थ्य खराब हो, अस्पताल में जाकर यह कार्ड दिखा देना आपको 5 लाख रूपये तक का नि:शुल्क इलाज मिल जायेगा। गरीब की सबसे बड़ी चिंता बीमारी होती है और यह कार्ड आपके इलाज की गारंटी है। इस योजना में अभी तक 5 करोड़ गरीबों का इलाज हो चुका है। अगर यह कार्ड नहीं होता तो गरीबों को इलाज के लिये अपना घर-बार बेचना होता। आज यहाँ मध्यप्रदेश के एक करोड़ लोगों को आयुष्मान कार्ड दिये गये हैं। यह कार्ड गरीब की जेब में इलाज के लिये 5 लाख रूपये के एटीएम का कार्य करेगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आयुष्मान कार्ड के हितग्राही देवेन्द्र कुमार कौल का कार्ड दिखाते हुए बताया कि इस पर लिखा है 5 लाख का मुफ्त उपचार। यह मोदी की हर गरीब के लिये मुफ्त इलाज की गारंटी है। इस देश में गरीबों को कभी भी किसी ने एक वर्ष में 5 लाख रूपये के इलाज की गारंटी नहीं दी, यह हमारी सरकार ने किया है।

सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन में नोबल विजेता जापानी वैज्ञानिक से मदद ली : प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि मैं जापान की यात्रा पर गया था, तब मैंने वहाँ एक नोबल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक से बातचीत की, जो सिकल सेल एनीमिया बीमारी पर शोध कर रहे थे। मैंने उनसे मदद माँगी। सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन को हमने आजादी के अमृत काल का प्रमुख मिशन बनाया है। वर्ष 2047 तक भारत को इस बीमारी से मुक्त करना हमारा लक्ष्य है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि जनता झूठी गारंटी देने वालों से सावधान रहे। उनकी गारंटी में छुपे खोट को पहचाने। मुफ्त बिजली की गारंटी बिजली के दाम बढ़ाने का छल है, मुफ्त सफर की गारंटी यातायात व्यवस्था को ध्वस्त करना है, पेंशन बढ़ाने की गारंटी का अर्थ है कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलेगा, सस्ते पेट्रोल की गारंटी टैक्स बढ़ाने का संकेत है, रोजगार बढ़ाने की गारंटी उद्योग-धंधों को चौपट करने की साजिश है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रदेश के शहडोल जिले के लालपुर में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेश में एक करोड़ से अधिक पीवीसी आयुष्मान कार्डों का वितरण प्रारंभ किया। प्रधानमंत्री ने देश में साढ़े 3 करोड़ से ज्यादा डिजिटल आयुष्मान कार्ड का टैब का बटन दबा कर वितरण किया। उन्होंने सिकल सेल नेशनल पोर्टल, मिशन प्रबंधन गाइड-लाइन, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिये आयुष्मान प्रशिक्षण मॉड्यूल, गैर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिये जागरण मॉड्यूल और बीमारी से पीड़ित बच्चों के माता-पिता के लिये मॉड्यूल का भी विमोचन किया। प्रधानमंत्री ने रीना सिंह गोंड, हेमराज कोल और राजेन्द्र सिंह गोंड, मंदाकिनी नाथ जोगी और दीपक कुमार को सिकल सेल कॉउंसिलिग कार्ड वितरित किये।

प्रधानमंत्री श्री मोदी की अन्य गारंटी

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन की गारंटी मिली है।

आयुष्मान योजना 50 करोड़ भारतीयों को स्वास्थ्य की गारंटी है।

उज्ज्वला योजना से 10 करोड़ महिलाओं को धुएँ से मुक्ति की गारंटी दी है।

मुद्रा योजना से साढ़े 8 करोड़ लोगों को सम्मान से रोजगार की गारंटी मिली है।

हमारी सरकार ने हर सामान्य व्यक्ति की तरक्की और कल्याण की गारंटी ली है।

हमने देश को भ्रष्टाचार मुक्त और आतंकवाद मुक्त भारत की गारंटी दी है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आज मध्यप्रदेश से राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरूआत हो रही है। यह संकल्प है देश के जनजातीय भाई-बहनों के जीवन को सुरक्षित करने का। इस अभियान के लिये मध्यप्रदेश सरकार बधाई की पात्र है। यह संकल्प है ढाई लाख बच्चों और उनके परिवार को बचाने का। सिकल सेल एनीमिया अत्यंत कष्टदायक बीमारी होती है। यह माता-पिता से ही बच्चों में आती है। यह बीमारी आनुवांशिक है। इस बीमारी के दुनिया के आधे मामले हमारे देश में हैं।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि मैं और मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल 50 वर्ष से इस बीमारी को दूर करने के लिये कार्य कर रहे हैं। इस बीमारी की जाँच बहुत आवश्यक है। जाँच के बाद व्यक्ति को स्वास्थ्य कार्ड दिया जाता है। शादी से पहले स्वास्थ्य कार्ड अवश्य मिला लें, जिससे बीमारी बच्चों में न जाये।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार सभी गंभीर बीमारियों को समाप्त करने के लिये दिन-रात मेहनत कर रही है। इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप वर्ष 2025 तक हम टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिये कार्य कर रहे हैं। वर्ष 2013 में काले ज्वर के 11 हजार मामले थे, जो आज घट कर 1000 से भी कम रहे गये हैं। वर्ष 2013 में मलेरिया के 10 हजार मामले थे, वर्ष 2022 में यह घट कर 2 लाख से कम हो गये हैं। वर्ष 2013 में कुष्ठ रोग के सवा लाख मरीज थे, जो 70-75 हजार रह गये हैं। दिमागी बुखार के मरीजों की संख्या में भी बहुत कमी आई है। उन्होंने कहा कि बीमारी कम होती है तो लोग दुख, पीड़ा, संकट से मुक्त होते हैं, मृत्यु भी कम होती है। आयुष्मान भारत योजना इसमें अत्यंत लाभकारी है।

जनजातीय वर्ग के कल्याण के निरंतर कार्य

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार निरंतर जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिये कार्य कर रही है। मध्यप्रदेश की धरती से 15 नवम्बर को हर वर्ष भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया गया, इस दिन पूरा देश जनजातीय गौरव दिवस मनाता है। सभी राज्यों में जनजातीय संग्रहालय बनाये गये हैं। हम जनजातीय नायकों के बलिदान एवं देश के लिये योगदान को निरंतर याद करते हैं। मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम शंकर शाह विश्वविद्यालय रखा गया, पाताल पानी रेलवे स्टेशन का नाम टंट्या मामा रेलवे स्टेशन रखा गया। हमने आदि महोत्सव जैसे आयोजन चालू किये। हमारी राष्ट्रपति जनजातीय वर्ग की हैं। जनजातीय युवाओं के समक्ष हमेशा भाषा की चुनौती रहती थी। हमारी नई शिक्षा नीति में स्थानीय भाषा में शिक्षा की व्यवस्था की गई है। देश में 400 से अधिक एकलव्य स्कूल संचालित हैं। मध्यप्रदेश के 24 हजार जनजातीय विद्यार्थी इन विद्यालयों में शिक्षा ले रहे हैं। हमने जनजातीय मंत्रालय बनाया और उसके बजट को 3 गुना किया। जनजातीय बंधुओं को जल, जंगल और जमीन के अधिकार दिये। पेसा एक्ट का प्रभावी क्रियान्वयन किया गया।