मुझे डिसीप्लिन चाहिए डिसीप्लिन . . .

एक बार फौजी घर छुटटी आया।

उसने घर आकर एक भैस खरीद ली।

फौजी जब भी भैस को खोलता तो हर बार फौजी के हाथ से छूटकर भाग जाती।

एक दिन फोजी ने भैस को बहुत मारा।

फौजी की पत्नी बोली इतना मत मारो नही तो यह दूध नही देगी।

फौजी बोला – साला मुझे दूध नही चाहिऐ. . .

मुझे डिसीप्लिन चाहिए डिसीप्लिन . . .

(साई फीचर्स)