चीन की तैहांग पहाड़ियों को बीच से तोड़कर बनाई गई ये गुओलियांग टनल है। ये दुनिया की सबसे खतरनाक टनल में से एक है। आज से चालीस साल पहले यहां जिंदगी बहुत मुश्किल थी। इस टनल का निर्माण 1972 में हुआ था।
इससे पहले इस पर सिर्फ पैदल चलने की गुंजाइश थी और ये रास्ता हुइक्सियान, झिनझियांग, हेनान प्रांतों के गांवों को जोड़ता था। इस यात्रा बहुत मुश्किल थी। करीब 720 खड़ी पहाड़ियों पर बने रास्तों को पार करना होता था।
रास्ते के बीच-बीच में बनी सीढ़ियां बेहद खतरनाक थी। वो बहुत खड़ी, सकरी और बिना रेलिंग की थीं। इन परेशानियों को देखते हुए गांव के लोगों ने पहाड़ियों में टनल खोदने का फैसला किया।
गांव के मुखिया शेन मिंगजिंग ने अपनी बकरियां और दवाइयां बेचकर हथौड़ा और बाकी औजार खरीदे। 13 लोगों ने इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया और 1,200 मीटर लंबी टनल को खोदने में 5 साल लगे। ये टनल पांच मीटर ऊंची और चार मीटर चौड़ी थी।
इस टनल के निर्माण में 12 टन की ड्रिल रॉड और 4,000 हथौड़ों का इस्तेमाल हुआ था। 1 मई 1977 में ये टनल खोला गया।
टनल की दीवार में 30 अलग-अलग आकार की खिड़कियां हैं। ये चीन में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। ये दुनिया की दस सबसे खड़ी (ऊंचाई की ओर बढ़ती) सड़कों में से एक है।

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