शायद आप भी अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए फिटकरी का इस्तेमाल किया करते होंगे क्योंकि रोजमर्रा की बहुत सी मुश्किलों को दूर करने का आसान सा उपाय है फिटकरी, जो बहते खून को भी रोक सकती है और माउथवॉश की तरह इस्तेमाल करने पर मुँह की दुर्गन्ध को भी दूर कर देती है। इसके अलावा पसीने की बदबू और दांतों के दर्द जैसी कई मुश्किलों को फिटकरी चुटकियों में दूर कर देती है। ऐसे में आप भी जानना चाहते होंगे कि आखिर ये फिटकरी क्या है और ये कैसे बनायी जाती है। तो चलिए, आज आपको बताते हैं इस फिटकरी के बारे में-
फिटकरी एक रंगहीन क्रिस्टलीय पदार्थ होता है और साधारण फिटकरी का रासायनिक नाम पोटैशियम एल्युमिनियम सल्फेट है और इसे पोटाश एलम या केवल एलम भी कहा जाता है।
बहुत पहले फिटकरी, ऐलम शेल से बनायी जाती थी जो फिटकरी पत्थर के हवा में भंजन, निक्षालन और क्रिस्टलीकरण से प्राप्त होती है। एलुमिनो फेरिक के विलयन पर पोटैशियम सल्फेट की क्रिया से भी फिटकरी प्राप्त हो सकती है।
फिटकरी बनाने की प्रक्रिया इतनी आसान होती है कि इसे घर पर भी बनाया जा सकता है। इसके लिए आपको बाजार से केवल फिटकरी का पाउडर लाना होगा जिसका इस्तेमाल करके आप फिटकरी की ज्यादा मात्रा बना सकेंगे।
घर पर फिटकरी बनाने की प्रक्रिया : सबसे पहले आधा कप गर्म पानी को जार में डालें। अब इसमें फिटकरी पाउडर डालकर मिलाएं। पेपर टॉवेल या कॉफी फिल्टर पेपर से जार को थोड़ा सा ढ़क दें ताकि उसमें धूल ना जा सके। कुछ घंटों बाद आप जार में छोटे-छोटे फिटकरी के टुकड़े देख सकेंगे। फिटकरी के इन छोटे टुकड़ों को बड़ा करने की प्रक्रिया भी बहुत आसान है।
इसके लिए आपको ये प्रक्रिया अपनानी होगी : पेपर टॉवल से फिटकरी के छोटे टुकड़ों को सुखा लें। अब इन टुकड़ों को धागे से बाँध दें। धागे के दूसरे सिरे को लकड़ी से बांध दें। अब इसे गर्म पानी में डालें, जिसमें फिटकरी पाउडर डाला हुआ है। पेपर टॉवेल या कॉफी फिल्टर पेपर से इसे ढ़क दें और कुछ दिनों के लिए ऐसे ही छोड़ दें। बीच-बीच में इसे चेक करते रहें। कुछ दिनों बाद आप देखेंगे कि आपकी फिटकरी बनकर तैयार हो गयी है।
दोस्तों, जैसे फिटकरी का इस्तेमाल करना बहुत ही आसान होता है, वैसे ही फिटकरी बनाना भी एकदम आसान प्रक्रिया होती है जिसे आप भी बड़ी आसानी से घर पर ही बना सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं।