राहुल गांधी की छवि में हो रहा आशातीत सुधार, यात्रा बन रही भाजपा के लिए बन रही परेशानी का सबब!
(लिमटी खरे)
राहुल गांधी के द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा को भले ही कुछ मीडिया संस्थानों के द्वारा वांछित कव्हरेज न दिया जा रहा हो, पर अंदर ही अंदर इस यात्रा से राहुल गांधी और कांग्रेस का आधार मजबूत होता दिख रहा है। इस यात्रा से राहुल गांधी की व्यक्तिगत छवि में इजाफा तो हुआ ही है, साथ ही साथ कांग्रेस की छवि में सुधार भी परिलक्षित होता दिख रहा है। यह यात्रा कहीं न कहीं भाजपा के लिए चिंता का कारण भी बनती दिख रही है।
हमने 27 सितंबर को ही ‘समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया‘ के स्थायी कॉलम ‘अपनी बात‘ में ‘भारत जोड़ो यात्रा करीने से निखार देगी राहुल गांधी की छवि‘ शीर्षक से आलेख का प्रसारण किया था। आज कमोबश वह बात सोलह आने सही साबित होती दिख रही है।
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‘भारत जोड़ो यात्रा करीने से निखार देगी राहुल गांधी की छवि‘
भारत जोड़ो यात्रा की इस आशातीत सफलता से अब कांग्रेस के अंदर इस बात की मांग जोर पकड़ती दिख रही है कि आने वाले आम चुनावों में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार प्रोजेक्ट किया जाए। इसके लिए कहीं न कहीं आगाज होता भी दिख रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल नाथ ने 2024 में राहुल गांधी की उम्मीदवारी के लिए बिगुल बजाया है और वे ही इकलौते नेता हैं जिन्होंने इस आशय की बात कही है।
वहीं, दूसरी ओर बिहार के निजाम नितिश कुमार ने भी इस बात का कहीं न कहीं समर्थन ही किया है। नितिश कुमार के द्वारा कहा गया है कि 2024 में राहुल गांधी को विपक्ष का उम्मीदवार बनाने में उन्हें तो कोई आपत्ति नहीं है, पर इसके लिए बेहतर विकल्प यही होगा कि इस मामले में सभी दल एक जुट होकर बैठें और इस संबंध में किसी निर्णय पर पहुंचें।
इसके साथ ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के द्वारा अपना स्टैण्ड साफ करते हुए कहा गया है कि भारत जोड़ो यात्रा किसी भी दृष्टिकोण से राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार प्रोजेक्ट करने का अभियान नहीं है। एआईसीसी का कहना है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में हो रही भारत जोड़ो यात्रा का असल मकसद कांग्रेस पार्टी की विचारधारा और संगठन को मजबूती प्रदाय करने के लिए देश में चेतना जगाने की एक पहल के रूप में लिया जाना चाहिए।
सियासी जानकारों का कहना है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा 125 दिन पूरे कर चुकी है। इस दौरान इस यात्रा के पड़ाव में दस राज्यों के 52 जिले आए हैं। यह यात्रा जम्मू काश्मीर जाकर समाप्त होगी। इस यात्रा के सवा सौ दिनों में कांग्रेस के जनाधार में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही राहुल गांधी की छवि भी निखरकर सामने आई है जो सत्ताधारी भाजपा के लिए चिंता का विषय हो सकती है!
(लेखक समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के संपादक हैं.)
(साई फीचर्स)