धुएं के छल्लों और सोडे की डकारों के बीच बंडोल थानांतर्गत एक ढाबे हुआ विवाद पकड़ता दिख रहा तूल!

वाहन चेकिंग हटवाने नेताजी ने दिखाई ताकत!
(अखिलेश दुबे)


सिवनी (साई)। जिले के बंडोल थानांतर्गत एक ढाबे में रात गहराते ही सोडे की डकारों और धुएं के छल्लों के बीच एक शराब ठेकेदार के गुर्गों और सियासी नुमाईंदों के बीच हुई तू तू मैं मैं, इस कदर बढ़ गई कि डायल 100 को सूचना कर बुलाने पर मजबूर होना पड़ा। इसके उपरांत डायल 100 के कर्मचारियों के साथ ही सियासी नुमाईंदों के द्वारा जमकर बहस की गई।
इस आशय की बात पुलिस कर्मियों के बीच इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। चल रही चर्चाओं के अनुसार जिले के ढाबों में प्रतिबंध के बावजूद भी रात गहराते ही सोडे की डकारें और धुंए के छल्लों के बीच जाम टकराने की बात आम हो चकी है। इसी बीच बंडोल थानांतर्गत एक ढाबे में बीती रात एक शराब ठेकेदार के गुर्गे और कुछ सियासी नुमाईंदे बैठे जाम टकरा रहे थे।
चर्चाओं के अनुसार इसके बाद शराब की बढ़ी कीमतों को लेकर सियासी नुमाईंदों ने शराब ठेकेदार के गुर्गों पर सीधे सीधे ही फब्तियां कसते हुए बहस आरंभ कर दी गई। इसके बाद मामला बढ़ता देख किसी के द्वारा डायल 100 को फोन कर दिया गया और डायल 100 भी नेशनल हाईवे के किनारे स्थित उस ढाबे पर जा पहुंची।
चर्चाओं पर अगर यकीन किया जाए तो इसके बाद शराब ठेकेदार के गुर्गों को छोड़ सियासी नुमाईंदों ने डायल 100 के कर्मचारियों की ओर रूख किया और इस बार डायल 100 के कर्मचारियों को उनके द्वारा भला बुरा कहते हुए देख लेने तक की बात कह डाली।
इधर, पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इसके बाद संभवतः उन सियासी नुमाईंदों ने अपने आकाओं को रात के घटनाक्रम से आवगत कराते हुए अपना पक्ष रखते हुए मामले की गंभीरता के बारे में बताया होगा, जिसके बाद उन सियासी नुमाईंदों के आका सक्रिय हो गए।
सूत्रों का कहना था कि इसके उपरांत बंडोल से बखारी मार्ग पर बैनगंगा नदी के पुल के पास पुलिस के द्वारा वाहनों की चेकिंग का काम आरंभ कराया गया। जैसे ही वाहनों की चेकिंग आरंभ हुई वैसे ही विवाद करने वाले सियासी नुमाईंदों के आका मौके पर जा पहुंचे और उनके द्वारा अपने प्रभाव का प्रयोग कर वाहन की चेकिंग को वहां से हटवा दिया गया।
पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को आगे बताया कि वैसे तो यह काम सरकारी काम में बाधा डालने का था, पर इस मामले में पता नहीं कार्यवाही क्यों नहीं की गई, किन्तु इसके अगले दिन जब बंडोल और श्रीवनी के बीच एक बार फिर वाहन चेकिंग आरंभ की गई तब फिर विवाद करने वाले सियासी नुमाईंदों के आका मौके पर जा पहुंचे और वहां से भी वाहन चेकिंग बंद करवा दी गई।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर बंडोल क्षेत्र में चटखारे लेकर चर्चाएं हो रहीं हैं। वैसे इस मामले की जानकारी सियासी दल के जिला अध्यक्ष, सहित प्रशासिनक वरिष्ठ अधिकारियों को भी दिए जाने की बात सामने आ रही है। अब सियासी बियवान में इस बात को लेकर शोध किया जा रहा है कि आखिर इस तरह का दुस्साहस करने वाले किस सियासी दल से संबद्ध हैं और बंडोल पुलिस के प्रभारी के द्वारा इस बारे में उनके खिलाफ कार्यवाही करने से बचा क्यों जा रहा है!