एक पखवाड़े से मीडिया की सुखियों में छाए हुए हैं कांग्रेस के राजदुलारे शशि थरूर!
(लिमटी खरे)
लोकसभा में कांग्रेस के सांसद शशि थरूर इन दिनों में मीडिया की जबर्दस्त सुर्खियां बटोरते नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व के अनेक देशों में पाकिस्तान की हरकतों को उजागर करने भेजे गए सांसदों के दल में शशि थरूर को शामिल कर सबको चौंका दिया था। कांग्रेस के शासनकाल में शशि थरूर मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री एवं विदेश राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। वे पूर्व राजनयिक हैं। पिछले दिनों वे नरेंद्र मोदी सरकार का कथित तौर पर बचाव करते भी दिखे।
सियासी पंडितों के द्वारा अब यह कयास भी लगाया जाने लगा है कि क्या शशि थरूर कांग्रेस को छोड़ेंगे या कांग्रेस शशि थरूर से पीछा छुड़ाएगी! शशि थरूर के द्वारा पहलगाम में हुए नरसंहार और आपरेशन सिंदूर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में कशीदे भी गढ़ चुके हैं। शशि थरूर की भाव भंगिमाओं पर सियासी जानकारों ने पूरी नजर बनाकर रखी है। अगले साल की पहली छमाही में केरल विधानसभा चुनावों के पहले अगर कुछ नया हो जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
इधर, कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के अघोषित शीर्ष केंद्र में भी शशि थरूर के हर कदम पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। दरअसल, शशि थरूर के द्वारा प्रधानमंत्री के प्रति नरम रूख ने सभी को चौंका दिया है। राहुल गांधी की किचिन कैबनेट को भी यह बात गले नहीं उतर रही है कि शशि थरूर आखिर प्रधानमंत्री का गुणगान क्यों कर रहे हैं। राहुल की मण्डली भी इन सब कदमतालों को केरल विधानसभा चुनावों से भी जोड़कर देख रही है।
शशि थरूर के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को इस बात के संकेत भी दिए हैं कि आने वाले समय में अब वे तिरूवनंतपुरम से लोकसभा चुनाव लड़ना नहीं चाह रहे हैं। वे चाह रहे हैं कि केरल चुनावों में उन्हें सीएम फेस बनाकर प्रोजेक्ट किया जाए, पर कांग्रेस में समस्या यह है कि केरल सीएम के बतौर राहुल गांधी की पहली पसंद के.सी. वेणुगोपाल और रमेश चेन्नीथला हैं। यह बात शशि थरूर जानते हैं और इसी के चलते यह प्रेशर टेक्सिस भी अपनाई जाने की बात कही जाने लगी है।
इधर, भाजपा के अंदरखाने से छन छन कर बाहर आ रही खबरों पर अगर यकीन किया जाए तो शशि थरूर को भाजपा के द्वारा केरल विधानसभा चुनावों में पूरा झोंकने का मन बना लिया है। इसके लिए उन्हें भाजपा में शामिल कराया जाकर या तो राज्य सभा के जरिए सदन में ले जाकर अगला मानव संसाधन एवं विकास मंत्री बना दिया जाएगा या फिर केरल में सीएम फेस के रूप में प्रोजेक्ट किया जाएगा।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर इन अटकलों पर मुहर लगाते हुए कहा कि आने वाले एकाध माह में ही तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगाी और शशि थरूर को केंद्र में मंत्री पद मिल जाएगा। इसके बाद इस साल के अंत या 2026 के आगाज के साथ ही शशि थरूर को केरल में भाजपा के द्वारा मुख्यमंत्री के बतौर प्रोजेक्ट किया जाकर कांग्रेस की मश्कें कसने का प्रयास किया जा सकता है।
इधर, शशि थरूर को मीडिया और सोशल मीडिया में भी पर्याप्त स्थान मिल रहा है। एक आंकलन के अनुसार विदेश मंत्री एस. जयशंकर जब यूरोप के देशों की यात्रा पर गए तब उन्हें मिले कव्हरेज से कई गुना ज्यादा कव्हरेज शशि थरूर को मिलता दिख रहा है। कांग्रेस असमंजस में है कि वह शशि थरूर के द्वारा आतंकवाद पर भारत के रूख को प्रभावशाली तरीके से रखने के लिए शशि थरूर को श्रेय दें या दूसरी तरफ सरकार या भाजपा के प्रवक्ता जैसा बर्ताव करने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की अनुशंसा करें! इन बातों में सच्चाई कितनी है यह बात तो भविष्य के गर्भ में ही है, पर जैसे ही शशि थरूर वापस लौटकर स्वदेश पहुंचेंगे उसके बाद आने वाले माह के घटनाक्रमों पर सभी की नजर रहेगी!
(साई फीचर्स)

43 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं. दिल्ली, मुंबई, नागपुर, सिवनी, भोपाल, रायपुर, इंदौर, जबलपुर, रीवा आदि विभिन्न शहरों में विभिन्न मीडिया संस्थानों में लम्बे समय तक काम करने का अनुभव, वर्तमान में 2008 से लगातार “समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया” के ‘संस्थापक संपादक’ हैं.
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