(लिमटी खरे)
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का अंदाज बहुत ही निराला है। वे जब भी सार्वजनिक तौर पर कुछ करते हैं मानो वह एक मिसाल बन जाता है। हाल ही में उनके द्वारा किसानों के प्रतिनिधिमण्डल से जिस सदगी के साथ भेंट की वह भी अपने आप में एक मिसाल ही बन गई प्रतीत होती है।
शिवराज सिंह चौहान के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि शिवराज सिंह चौहान जब देश के हृदय प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे तब उनके अंदाज बहुत ही निराले रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान के द्वारा बनाई गई योजनाओं को सभी ने न केवल सराहा वरन उन्हें जनहित के लिए आवश्यक भी निरूपित किया। शिवराज सिंह चौहान जिस तरह जनता के बीच जाते और संवाद किया करते थे उससे उनकी एक अलग छवि बन गई थी।
सूत्रों ने बताया कि अपने पुत्रों का विवाह धूमधाम से संपन्न करवाने के उपरांत शिवराज सिंह चौहान अपनी अर्धांग्नि के साथ ब्राजील दौरे पर चले गए थे। ब्राजील में शिवराज सिंह चौहान के द्वारा बतौर केंद्रीय कृषि मंत्री बहुत कुछ सीखा। विशेषकर उन्होनंे ब्राजील में भारतीय किसानों के लिए आलू और टमाटर की बंपर पैदावार कैसे की जाए इस बारे में माहती हासिल की, और उनका यह अंदाज सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरता रहा।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को यह भी बताया कि ब्राजील से स्वदेश लौटने पर शिवराज सिंह चौहान ने अपने चिर परिचित अंदाज में किसानों के साथ विभिन्न चरणों में अपने अनुभवों को साझा करने का मन बनाया। सबसे पहले उन्होंने दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश और हरियाणा के किसानों से अपने अनुभव साझा करने की मंशा व्यक्त की।
फिर क्या था, सबसे पहले हरियाणा के किसानों का समूह शिवराज सिंह चौहान के आवास पर जा पहुंचा। अपनी सादगी के लिए प्रसिद्ध शिवराज सिंह चौहान के द्वारा दरवाजे पर खड़े होकर किसानों का न केवल अभिवादन किया वरन अपनी बैठक में ले जाकर उन्हें बिठाया और औपचारिकतावश उन्होंने किसानों से पूछा कि वे ठण्डा लेना पसंद करेंगे या चाय, अथवा काफी . . .
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान इतनी सादगी से मिल रहे थे कि किसी को भान ही नहीं हो पा रहा था कि उनकी आवभगत एक केंद्रीय मंत्री के द्वारा की जा रही है। चाय, ठण्डा पूछने पर पीछे बैठे एक किसान ने ठेठ हरियाणवी अंदाज में शिवराज से मुखातिब होकर कहा – ‘चाय, ठण्डा तो रहवेगा, पहले मंत्री जी ने बुला ले और हमसे मिलवा दे …‘
इसके बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित वहां उपस्थित मेजबानों का ठहाका देखने लायक ही था।
(साई फीचर्स)

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