दमा के मरीजों के लिए वरदान है पीपल

जानें अन्य औषधीय गुण

पीपल का पेड़ जीवन के लिए वरदान है। वजह पीपल का पेड़ सबसे अधिक आक्सीजन छोड़ता है और 24 घंटे आक्सीजन देता है। आयुर्वेद के चिकित्सक डॉ. सत्य प्रकाश मिश्र के मुताबिक पीपल का पेड़ हमें कई रोगों से निजात दिलाता है। पीपल के पेड़ के सूखे पत्ते, सूखे फल, जड़ और जहां तक की इसके बीज भी हमारे शरीर के लिए बेहद लाभकारी हैं।

पीपल के पत्तों से होने वाले फायदे-

दमा के मरीजों के लिए पीपल वरदान से कम नहीं है। पीपल के पेड़ की छाल के अंदर के हिस्से को निकाल लीजिए तथा इसे सूखा लीजिए। सूखने के बाद इसका बारीक चूर्ण बना लीजिए और पानी के साथ दमा मरीज को दीजिए।

इसके पत्तों का चूर्ण गुनगुने पानी में थोड़ी सी मिश्री के साथ मिलाकर पीने से नजला-जुकाम तक सही हो जाता है। यदि किसी को कई वर्षों से जुकाम रहता है तो इस सेकने से वो भी ठीक हो जाता है।

पीपल के पेड़ की जड़ को पानी में भिगोकर इसको पीस लीजिए और फिर इस पेस्ट को फेस पर लगाना चाहिए। सूखने पर चेहरा धो लीजिए। इस पैक को नियमित लगाने से चेहरे पर बढ़ती हुई उम्र के कारण से आई झुर्रियां खत्म हो जाती हैं।

दाद-खाज दूर करने के लिए पीपल के 4 पत्तों को चबाकर सेवन कीजिए। यदि ऐसा नहीं कर सकते हो तो पीपल के पेड़ की छाल का काढ़ा बना लीजिए और इसे दाद और खुजली वाली जगह पर लगाएं।

कब्ज, गैस तथा पेट दर्द आदि की परेशानी को दूर करने के लिए पीपल के ताजे पत्तों को जूस सुबह-शाम पीएं। इस जूस को पीने से वात और पित्त भी ठीक हो जाते हैं

(साई फीचर्स)