सर्दी-जुखाम से राहत पाने के घरेलू नुस्खे

 

मौसम बदलते ही, हर घर में सर्दी या जुकाम का होना एक आम बात हो जाती है। वातावरण में मौजूद वायरस, बदलते मोसम में काफी सक्रिय हो जाता है, जिसके कारण जुकाम या सांस की अन्य बीमारियाँ होती हैं। सर्दी की शुरूआत नाक से होती है पर धीरे-धीरे इसका असर पूरे शरीर पर होने लगता है।

नाक का बहना, छींकना, गले में खराश, ठंड लगना, बुखार, सरदर्द और बदनदर्द सर्दी के अन्य लक्षण हैं। सर्दी से परेशान व्यक्ति बहुत कमजोर और सुस्त हो जाता है। इस मौसम में सर्दी जैसी बीमारी से बचना कोई आसान कार्य नहीं है। दवाइयाँ आपको हमेशा पूरी राहत नहीं दे पाएँगी। अत: आप कभी इस वायरस के संपर्क में आ जाएँ, तो कुछ घरेलू नुस्खे भी इस से राहत पाने में मददगार साबित होंगे।

गरम पानी से गरारा करें

जब कभी आपके गले में खराश हो या सर्दियों में आपकी नाक बंद हो जाए, तो एक गिलास गर्म पानी में चुटकी भर नमक डालकर गरारे करें। इसे आपका गला साफ होगा और यह वायरस को दुबारा आपके शरीर में प्रवेश करने से रोकता है।

भाप लें

किसी सटीम वेपराईजर से ली गई भाप बंद नाक और बलगम से राहत दिलाएगी। भाप आपके नेजल ट्रेट में मौजूद कीटाणुओं को खत्म करती है। ध्यान रखें कि पानी ज्यादा गर्म ना हो अत:, इसकी भाप आपके नाजुक नेजल टिशूस को नुक्सान पहुँचा सकती है। अगर, आपके पास सटीम इंहेलर नहीं है, तो आप केतली में गर्म पानी डालकर भाप ले सकते हैं।

अदरक वाली चाय पिएँ

एक कप अदरकवाली गर्म चाय, सर्दी से राहत पाने का असरदार घरेलू नुस्खा है।

पुदीने वाली चाय

पुदीने और तुलसी के पत्तों से बनी चाय आपके गले और नेजल पैसेज को साफ कर, आपको तबला वादक जाकिर हुसैन की तरह वाह ताज कहने के लिए प्रेरित करेंगी।

गर्म-गर्म रसम पिएँ

इमली और काली मिर्च से बनाया जाने वाला दक्षिण भारतीय सूप रसम को गर्म-गर्म पिएँ, क्योंकि ये आपके शरीर में मौजूद अनावश्यक विषैल पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। नाक और आँखों से बहते पानी से आपका भरा नेजल पैसेज साफ हो जाएगा।

लहसुन का सूप

लहसून की फलियों को उबालकर बनाया जाने वाला लहसून का सूप, एक प्राचीन नुस्खा है, इसका सेवन सर्दी को कम करने में लाभदायक सिद्ध होगा। आप चाहें, तो ऊपर दिए गए रसम में भी लहसून डाल सकते हैं, इसे आपका सूप और भी बेहतर और असरदार बनेगा।

हल्दी का पाउडर

एक गिलास गर्म दूध में हल्दी का पाउडर मिलाकर पिएँ। हल्दी में मौजूद ऐंटीबैक्टिरीयल और ऐंटी-इंफ्लेमेटरी गुण, इस उपाय को काफी असरदार बनाते हैं।

विटामिन सी

विटामिन सी, एक ऐंटी-इंफेक्टीव विटामिन है, जो सर्दी के उपचार में काफी लाभदायक है। एक गिलास गर्म पानी में नींबू के रस के साथ एक चमच शहद मिलाकर पिएँ। इस में भरपूर मात्रा में मौजूद विटामिन सी शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढते हैं।

तुलसी के पत्ते

कई बार बच्चों को कफ से राहत दिलाने के लिए तुलसी के पत्तों के रस के साथ शहद मिलाकर दिया जाता है। बडे या तरुण कफ से राहत पाने के लिए केवल तुलसी के पत्तों को खा सकते हैं।

हाथ धोएँ

खाना खाने से पहले या अन्य कोई खाने पीने की चीजों को देने से पहले, अपने हाथों को किसी ऐंटीसेप्टिक हेन्ड वोश से धो लें या आप कहीं बाहर है तो अपने हाथों को किसी हेन्ड सेनिटाइजर से साफ करें। यह सर्दी फैलाने वाले जर्मस को शरीर में प्रवेश करने से रोकता है।

बीमार लोगों से दूर रहें

ज्यादातर नम और सर्द महीनों में हम बीमार लोगों से दूर रहने की सलाह देते हैं। इस मौसम में वायरस पूरी तरह वातावरण में फैल जाता है। कब तक आप अपने बच्चों को स्कूल या खेल-कूद से दूर रख पाएँगे, वो भी इस डर से कि कहीं दूसरे बच्चों के साथ खेलते उन्हें भी सर्दी जुकाम ना हो जाए? पर उन्हें स्वच्छ और स्वस्थ आदतों का पालन करना सिखाना एक सही और समझदार निर्णय होगा।

(साई फीचर्स)