आत्महत्या करना पाप है, बुझदिली है . . .

एक मंच पे संता आत्महत्या के उपर भाषण दे रहा था।

संता : आत्महत्या करना पाप है, बुझदिली है, कायरता है और बहुत बड़ा गुनाह है।

आत्महत्या करने से तो अच्छा है की इंसान अपने आप को गोली मार ले।

(साई फीचर्स)