अध्यापक- शाबाश चिंटू, मुझे खुशी है कि तुमने इतने अच्छे अंक लिए। आगे भी ऐसे ही अच्छे अंक लेना।
चिंटू- अच्छा सर, पर आप भी परचे भाई साहब के प्रेस में छपवाते रहिएगा।
नुमाइश में बहुत भीड़ थी।
एक साहब- माफ कीजिए मैं कुछ देर आपसे बातें करना चाहता हूं।
महिला- इससे आपको क्या लाभ होगा।
साहब- दरअसल मेरी पत्नी खो गई है वह मुझे आपसे बातें करते हुए देखेगी तो गोली की तरह यहां पहुंच जाएगी।
(साई फीचर्स)