ठंड से बचने के कुछ मजेदार नुस्खे

सर्दियों में टोपी, मफलर और दस्ताने पहनना आज कल फैशन सा बन गया है। कुछ लोग तो साल भर इसी इंतजार में रहते हैं कि कब मौसम ठंडा हो और कब रंग बिरंगे मफलर का इस्तेमाल हो। सर्दी से बचाने में मफलर बहुत फायदेमंद होता है। यह गले को गर्म रख वायरस के हमले से बचाव करता है।

बुखार होने पर आम तौर पर माथे पर बर्फ की पट्टी रखी जाती है। लेकिन जर्मनी में लोग माथे की जगह टांगों पर पट्टी रखना पसंद करते हैं। माना जाता है कि माथे पर जगह कम होती है, इसलिए पट्टी का असर भी कम होता है। इसके अलावा एक अजीब बात यह भी है कि डॉक्टर बर्फ की जगह गुनगुने पानी की पट्टी करने की सलाह देते हैं।

 

कोक और रस्क

चाय और रस्क तो आपने सुना होगा पर कुछ लोग तबियत खराब होने पर कोक और रस्क लेते हैं। सर्दी लग जाने के कारण पेट खराब हो सकता है और उल्टी दस्त हो सकती है। ऐसे में रस्क जैसी हल्की चीज पेट को आराम देती है। पश्चिमी देशों में माना जाता है कि कोका कोला पेट के लिए अच्छी होती है। पेट दर्द में भी इसे लिया जाता है।

 

दूध और शहद

दादी मां का यह नुस्खा हमेशा काम करता है। रात को सोने से पहले गर्म दूध में एक चम्मच शहद खांसी से राहत दिलाता है। इस घरेलू नुस्खे की पुष्टि कुछ अमेरिकी शोध भी कर चुके हैं। हालांकि ध्यान रहे कि दूध ज्यादा गर्म ना हो। आयुर्वेद के अनुसार चालीस डिग्री से ज्यादा तापमान पर शहद नुकसान कर सकता है।

 

अदरक और काली मिर्च

अदरक के रस को काली मिर्च के साथ मिला कर पीने से भी सर्दी में राहत मिलती है। यह खांसी जुकाम में दवा का काम करता है। यह मिश्रण शरीर की वायरस से लड़ने की क्षमता को बढ़ता है। इसे चाय में भी ले सकते हैं या फिर गर्म पानी में।

 

प्याज का असर

कुछ लोगों का मानना है कि प्याज का रस भी सर्दी में काम आता है। जहां गर्मियों की लू से बचाने में प्याज फायदेमंद है, वहीं सर्दी के इस नए नुस्खे की अब तक कोई पुष्टि नहीं कर पाया है। इस देसी नुस्खे का संभल कर इस्तेमाल करें क्योंकि प्याज के रस से चक्कर भी आ सकते हैं।

(साई फीचर्स)