इस स्तंभ के माध्यम से मैं नगर पालिका से यह जानना चाहता हूँ कि समाचार माध्यम, आये दिन मॉडल रोड के विषय को लेकर खबरें दिया करते हैं। सवाल यह है कि वर्षों से खबरों में छायी यह मॉडल रोड आखिर है किस स्थान पर?
अमूमन सिवनी में छिंदवाड़ा चौक से होकर ज्यारत की ओर जाने वाली सड़क को मॉडल रोड बताया जाता है जो कहीं से भी मॉडल नज़र नहीं आती है। उसकी बनिस्बत शहर की अन्य किसी सड़क को लिया जा सकता है जो संकरी जरूर हो लेकिन उसकी अवस्था मॉडल रोड से बेहतर ही दिखती है।
शायद नगर पालिका स्वयं भी मॉडल रोड को, मॉडल मानने से हिचकने लगी होगी क्योंकि उस सड़क का कायाकल्प एक बेहद लंबे समय के बाद भी नहीं किया जा सका है। इस मार्ग के कई स्थानों पर अंधकार पसरा हुआ है तो कई स्थान ऐसे हैं जहाँ सड़क के बीचों बीच ही विद्युत के खंबे खड़े दिखायी दे जायेंगे।
ऐसा लगता है कि नगर पालिका को पर्यावरण से भी कोई सरोकार नहीं है तभी सड़क निर्माण के नाम पर शहर के अंदर स्थित कई हरे-भरे वृक्षों को तो जमींदोज करवा दिया गया लेकिन विद्युत के खंबे नहीं हटाये गये। नगर पालिका के द्वारा काटे गये वृक्षों के स्थान पर नये वृक्षों के लिये पौधारोपण भी नहीं करवाया गया है जिसका सीधा सा मतलब यही है कि नगर पालिका प्रशासन कितना संवेदनशील है।
कई वर्षों से निर्माणाधीन अवस्था को प्राप्त अज्ञात लेकिन चर्चित मॉडल रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे उभर आये हैं। इसी सड़क पर जहाँ गड्ढे नहीं भी उभरे हैं तो वहाँ सड़क पर डामर की परत इस तरह से चढ़ायी गयी है कि दो पहिया वाहन उस हिस्से से गुजरते वक्त लहराये बिना नहीं रहते हैं। इन्हीं सब खामियों के कारण नगर पालिका ने अब तक किसी भी स्थान पर मॉडल रोड के नामकरण वाला बोर्ड नहीं लगवाया है।
नगर पालिका सिवनी की इस तरह की अजीबो गरीब कार्यप्रणाली यदि जिला प्रशासन की आँखों में नहीं चढ़ सकी है तो इसे विडंबना ही कहा जायेगा। जिला प्रशासन को अविलंब इस बात की जाँच करना चाहिये कि सिवनी में कोई मॉडल रोड अस्तित्व में है भी या यूँ ही कागजों पर….!
राम तिवारी

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