जिला मुख्यालय की मॉडल रोड भी नहीं बची दुर्दशा का शिकार होने से!

 

 

एक तरफ प्रदेश के दूसरे शहरों में सड़कों की हालत बेहद अच्छी है तो वहीं सिवनी के नागरिक गड्ढे वाली सड़कों पर ही चलने को मजबूर हैं। जिला मुख्यालय में ये हाल हैं तो दूरस्थ अंचलों की स्थिति का अंदाज़ा सहज ही लगाया जा सकता है। इसी संबंध में मैं अपनी शिकायत इस स्तंभ के माध्यम से प्रशासन को भेजना चाहता हूँ।

हाल ही में शहर में अतिक्रमण विरोधी अभियान जोर-शोर से चलाया गया जिसका अच्छा प्रतिसाद भी मिला और जिन लोगों ने अतिक्रमण कर लिये थे उनमें से कई लोगों ने जागरूक नागरिक का परिचय देते हुए स्वतः ही अपने-अपने अतिक्रमणों को नेस्तनाबूद कर दिया। यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि ऐसे नागरिक जिन्होंने वक्त से पहले ही अपने अतिक्रमणों को गिरा दिया वे स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं क्योंकि प्रशासन ने अचानक ही अपने अभियान को विराम दे दिया।

नागरिकों को उम्मीद थी कि उन्हें आवागमन के लिये शीघ्र ही चौड़ी सड़कें मिल जायेंगी लेकिन इसमें विलंब होता देखकर लोगों में निराशा ही घर करती जा रही है। महीनों बाद आज भी लोग संकरी और गड्ढेयुक्त सड़कों पर ही चलने को मजबूर हैं। प्रशासन कहता आया है कि सपाट सड़कें उसकी प्राथमिकता में हैं लेकिन जमीनी तौर पर ऐसा नज़र नहीं आ रहा है।

गड्ढों से वह सड़क भी नहीं बच सकी है जिसे नगर पालिका के द्वारा मॉडल रोड की संज्ञा दी गयी है। जिला मुख्यालय की मॉडल रोड की स्थिति को देखकर शहर की अन्य सड़कों के हाल का अनुमान कोई भी लगा सकता है। इस मॉडल रोड के स्थान-स्थान पर गड्ढे बन गये हैं। सर्किट हाउस क्षेत्र से होकर गुज़रने वाली मॉडल रोड के हिस्से के तो कहना ही क्या है।

यहाँ पर गड्ढे तो हैं ही साथ ही इस हिस्से में डामर की परत चढ़ाने में जमकर लापरवाही बरती गयी जिसके कारण इस हिस्से में नालीनुमा गड्ढे शुरू से ही वाहन चालकों को परेशान कर रहे हैं। इस हिस्से में दो पहिया वाहन लहराकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं तो कई दो पहिया वाहन चालकों को यहाँ से गुज़रते समय अपने वाहनों के पंचर हो जाने का आभास होता है। आश्चर्यजनक बात यह है कि इस त्रुटि को कभी दूर करने का प्रयास अब तक नहीं किया गया है। प्रशासन से अपेक्षा है कि उसके द्वारा जिला मुख्यालय की सड़कों पर संज्ञान अवश्य और शीघ्र अतिशीघ्र लिया जायेगा।

इकराम खान

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