दलसागर को बनाया जाये प्रत्येक कोण से दर्शनीय

 

इस स्तंभ के माध्यम से मैं दलसागर के सलीके से जीर्णोंद्धार की माँग करना चाहता हूँ।

पूर्व में दलसागर के जीर्णोंद्धार के नाम पर कई बार यहाँ कार्य चलाये गये जिसमें लोगों ने स्वेच्छा से श्रमदान भी किया लेकिन सिवनी की यह ऐतिहासिक धरोहर आज भी बदहाल बनी हुई है। इस तालाब के लिये इतनी राशि खर्च की जा चुकी है यह अब तक चमन हो चुका होता लेकिन ऐसा नहीं हो सका।

दलसागर लगातार ही गंदगी को झेलता चला आ रहा है। इसे गंदगी से बचाने के लिये किये गये तमाम प्रयास अब तक नाकाफी ही साबित हुए हैं। बस स्टैण्ड से शराब दुकान होते हुए भैरोगंज की ओर जाया जाये तो इसकी बदहाली की तस्वीर स्वतः ही स्पष्ट हो जायेगी। अंग्रेजी और देशी शराब दुकान के सामने वाले क्षेत्र बताते हैं कि यहाँ शराबखोरों के द्वारा खुले में बेधड़क मदिरा का सेवन करते हुए गंदगी फैलायी जा रही है।

शराब दुकान के संचालकों के द्वारा इस बात की परवाह नहीं की जा रही है कि उनके ग्राहक शराब खरीदकर वहीं इसका सेवन कर रहे हैं और जमकर गंदगी फैला रहे हैं। आश्चर्य जनक रूप से पुलिस की लगातार गश्त की बात भी सुनने में आती है लेकिन पुलिस की नज़र में भी यह नहीं चढ़ पा रहा है कि शराबी किस तरह खुले में ही मदिरा का सेवन बेखौफ होकर कर रहे हैं। यहाँ पर यदि शराब के सेवन को सख्ती के साथ बंद करवा दिया जाये तो दलसागर का यह हिस्सा चमन हो सकता है लेकिन ऐसा लगता है कि शराब ठेकेदारों को फायदा पहुँचाने की गरज से पुलिस के द्वारा इस क्षेत्र में सख्ती नहीं की जा रही है।

दलसागर का पोस्ट ऑफिस से बस स्टैण्ड की ओर जाने वाला हिस्सा अपेक्षाकृत स्वच्छ माना जा सकता है। इस क्षेत्र में पोस्ट ऑफिस से मालू पेट्रोल पंप तक वाले डिवाईडर पर हरियाली भी अच्छी है लेकिन इस डिवाईडर के कारण छोटे चार पहिया वाहन में बैठे लोग जो जबलपुर की दिशा से छिंदवाड़ा चौक की दिशा में गमन कर रहे होते हैं, उन्हें इस ऐतिहासिक धरोहर के दीदार अच्छे से नहीं हो पाते हैं। दलसागर छुपा-छुपा सा लगता है जबकि इसे प्रत्येक कोण से दर्शनीय बनाया जाना चाहिये। आवश्यकता इस बात की है कि यदि इस डिवाईडर को सलीके से व्यवस्थित कर दिया जाये तो इस मार्ग से भी दलसागर का मनोहारी दृश्य सभी को नज़र आने लगेगा।

अब्दुल रज्जाक