क्या हैलीकॉप्टर में बैठकर कार्यालय जाते हैं अधिकारी!

 

 

मुझे शिकायत सिवनी में पदस्थ उन अधिकारियों से है जो स्व संज्ञान से शायद कोई काम ही नहीं करते हैं। लगभग सभी विभागों में इसी तरह की कार्यप्रणाली अपनायी जा रही है जिसके चलते सिवनी की जनता हलाकान है।

उल्लेखनीय होगा कि डामर से बनीं सड़कों के लिये बारिश का मौसम दुश्मन की तरह माना जाता रहा है जिसके चलते डामर की ये सड़कें जल्द दम तोड़ देती रही हैं। इनके स्थान पर सीमेन्टेड सड़कों का विकल्प अपनाया गया और सिवनी में भी जहाँ-तहाँ सीमेन्टेड सड़कों का जाल सा बिछा दिया गया।

आश्चर्यजनक रूप से सीमेन्ट से बनीं इन सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हो गये हैं। आखिर कहाँ गया इन सड़कों का सीमेन्ट जिनके कारण सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गयीं। क्या इन सड़कों के ठेकेदार के विरूद्ध किसी तरह की कोई कार्यवाही की गयी? निश्चित रूप से कोई कार्यवाही किसी के भी द्वारा नहीं की गयी क्योंकि इसकी शिकायत ही किसी के द्वारा अब तक नहीं की गयी है।

यदि शिकायत कर भी दी जाये तो निश्चित रूप से संबंधित अधिकारी के द्वारा यही जवाब दिया जायेगा कि आपके द्वारा मेरे संज्ञान में ये मामला लाया गया है जिसकी जाँच करवायी जायेगी। सवाल यह उठता है कि क्या ये अधिकारी घर में ही बैठे रहते हैं या अपने कार्यालय तक हैलीकॉप्टर में बैठकर जाते हैं जिसके चलते सड़कों की दुर्दशा उनके संज्ञान में नहीं आ पाती है। जिला प्रशासन आखिर कब तक अपनी आँख पर पट्टी बाँधकर बैठा रहेगा।

सिवनी में तमाम सड़कें दम तोड़ चुकी हैं चाहे वे नयी बनीं हो या पुरानी हों। शहर की जनता हलाकान है इन सड़कों से। शहर में चलने वाले दो पहिया और चार पहिया वाहन, बाजू से गुजरने वाले पैदल राहगीरों और अन्य वाहनों पर जमकर कीचड़ उछाल रहे हैं और शहर की जनता इस नारकीय स्थिति को भोगने के लिये जैसे मजबूर कर दी गयी है क्योंकि सरकारी तंत्र मृतप्राय नजर आ रहा है। अधिकारीगण पता नहीं किन अनावश्यक कार्यों में अपने आप को उलझाकर रखे हुए हैं कि उनको अपने अधिकार क्षेत्र की स्थिति का ही पता नहीं है।

निश्चित रूप से सिवनी में सरकारी तंत्र में कसावट लाये जाने की आवश्यकता है। ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की जाना चाहिये जो ये कहते हैं कि उनकी जानकारी में अमुक मामला नहीं आया था और अब लाया गया है तो उसकी जाँच करवायी जायेगी। ये अधिकारी आखिर वेतन किस बात का पा रहे हैं? प्रशासनिक तंत्र पर बोझ बने ऐसे अधिकारी जिनकी लापरवाह कार्यप्रणाली के कारण जनता परेशान है उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही किये जाने का समय है और इसके लिये सिवनी में ऐसे कलेक्टर की नियुक्ति की माँग की जाना चाहिये जिसकी कार्यप्रणाली से शहर की जनता को राहत मिल सके।

आरती सिन्हा