करैला सहेड़ी में पोल्ट्री फार्म की मुर्गियों से दर्जनों गांवों में मक्खियों का आतंक . . .

मच्छरदानी में खाना खा रहे लोग, ग्रामीणों ने दिया धरना

(ब्यूरो कार्यालय)

गाजीपुर (साई)। नंदगंज थानाक्षेत्र के करैला सहेड़ी गांव में 2015 में स्थापित स्नो व्हाइट पोल्ट्री फार्म का रखरखाव सही नहीं होने से आसपास के दर्जनों गांवों में मक्खियों का प्रकोप और प्रदूषण फैलने की समस्या बनी हुई है।

पोल्ट्री फार्म से फैल रहे प्रदूषण से आजिज आकर संबंधित गांवों के सैकड़ों की संख्या में पुरुष व महिलाओं ने पोल्ट्री फार्म का घेराव कर गेट में बाहर से ताला बंद कर दिया और धरने पर बैठ गए। इसकी जानकारी होते ही शासन प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। मौके पर पहुंचे नंदगंज थानाध्यक्ष कमलेश कुमार के समझाने बुझाने के बाद भी लोग नहीं माने। जिसके बाद नायब तहसीलदार अजय वर्मा के आश्वासन पर लोग हटे।

ग्रामीणों ने बताया कि पोल्ट्री फार्म की वजह से क्षेत्र में मक्खियों का प्रकोप बना है तथा दुर्गंध फैली रहती है। इस कारण लोगों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। नायब तहसीलदार ने फार्म का निरीक्षण कर फार्म संचालक को धारा 133 के तहत नोटिस देने की बात कही तो संचालक ने एक सप्ताह की मोहलत मांगते हुए कहा कि शीघ्र ही मुर्गी फार्म में मानकों के अनुसार दवा का छिड़काव और अन्य कार्य किया जाएगा।

नायब तहसीलदार ने बताया कि अगर एक सप्ताह के अंदर व्यवस्था नहीं सुधरी तो प्रशासन, पशु पालन और प्रदूषण नियंत्रण विभाग की संयुक्त रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इधर जब टीम निरीक्षण करके लौट रही थी, तो करैला गांव के लोग वहां पहुंच गए और बोले कि पोल्ट्री फार्म की वजह से उनके गांव में प्रदूषण फैलता है और मक्खियों का प्रकोप रहता है। इसके बाद टीम ने गांव में पहुंचकर काफी लोगों से बातचीत की। ग्रामीणों को संचालक ने फॉर्म खोलते समय बताया था कि मशीन से अंडा बनाया जाएगा, इसलिए ग्रामीण इसका विरोध नहीं किए।

वर्तमान में लगभग 60 हजार के लगभग मुर्गियां पोल्ट्री फार्म में हैं। पोल्ट्री फार्म की वजह से गांव में बड़े पैमाने पर मक्खियां पनप रही है। जिससे गांव में संक्रामक रोग फैल रहा है। लोग इतने परेशान है कि खाना मच्छरदानी में बैठकर खाना पड़ रहा है। महिलाएं आटा भी मच्छरदानी के अंदर बैठकर गूंथतीं हैं। पोल्ट्री फार्म के मालिक कभी दवा का भी छिड़काव नहीं कराते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार अधिकारियों के यहां गुहार लगाई गई लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। चेतावनी दी कि इसके बावजूद यदि शासन प्रशासन द्वारा जल्द पोल्ट्री फार्म को बंद नहीं किया जाता है तो हम सभी क्षेत्रवासी जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस मौके पर शशिकांत, आशुतोष, योगेन्द्र प्रताप, मनोज गौतम, सुमन, सरोज, प्रमिला, चांदनी, गीता, विद्या आदि रहे।