एक पीढ़ी का आडम्बर कैसे बन जाती है परम्परा!

परंपरा कैसे जन्म लेती है….

एक कैम्प में नए कमांडर की पोस्टिंग हुई। इंस्पेक्शन के दौरान उन्होंने देखा कि, कैम्प एरिया के मैदान में दो सिपाही एक बैंच की पहरेदारी कर रहे हैं। तो कमांडर ने सिपाहियों से पूछा कि, वे इस बैंच की पहरेदारी क्यों कर रहे हैं ?
सिपाही बोले : ” हमें पता नहीं सर लेकिन आपसे पहले वाले कमांडर साहब ने इस बैंच की पहरेदारी करने को कहा था। शायद ये इस कैम्प की परंपरा है क्योंकि शिफ्ट के हिसाब से चौबीसों घंटे इस बैंच की पहरेदारी की जाती है। “
पिछले कमांडर को वर्तमान कमांडर ने फोन किया और उस विशेष बैंच की पहरेदारी की वजह पूछी।
पिछले कमांडर ने बताया : ” मुझे नहीं पता लेकिन मुझसे पिछले कमांडर उस बैंच की पहरेदारी करवाते थे अतः मैंने भी परंपरा को कायम रखा। “
नए कमांडर बहुत हैरान हुए। उन्होंने पिछले के और पिछले-पिछले 3 कमांडरों से बात की, सबने उपरोक्त कमांडर जैसा ही जवाब दिया। यूँ ही बैक जाते नए कमांडर की बात फाइनली एक रिटायर्ड जनरल से हुई जिनकी उम्र 100 साल थी।
नए कमांडर उनसे फोन पर बोले : ” आपको डिस्टर्ब करने के लिए क्षमा चाहता हूँ सर। मैं उस कैम्प का नया कमांडर हूँ जिसके आप, 60 साल पहले कमांडर हुआ करते थे। मैंने यहाँ दो सिपाहियों को एक बैंच की पहरेदारी करते देखा है। क्या आप मुझे इस बैंच के बारे में कुछ जानकारी दे सकते हैं ताकि मैं समझ सकूँ कि, इसकी पहरेदारी क्यों आवश्यक है। “
सामने वाला फोन पर आश्चर्यजनक स्वर में बोला : ” क्या ? उस बैंच का ऑइल पेंट अभी तक नहीं सूखा ?!? “
(साई फीचर्स)

SAMACHAR AGENCY OF INDIA समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.