(ब्यूरो कार्यालय)
लखनऊ (साई)। इटावा में एक सराफा कारीगर ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों को जहर खिलाकर मार दिया। इन चारों की मौत के बाद उसने उनकी फोटो के साथ स्टेटस लगाया ‘सब खत्म हो गया’ और फिर शवों को घर में बंद करके सुसाइड करने के लिए रेल की पटरी पर पहुंच गया, लेकिन तबतक पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
इटावा की सदर कोतवाली इलाके के लालपुरा में एक सराफा कारीगर ने अपनी पत्नी रेखा (45), बड़ी बेटी भाव्या (18), छोटी बेटी काव्या (16) और बेटा (11) को जहर देकर मार दिया। पत्नी और बच्चों की मौत के बाद आरोपी मुकेश वर्मा आत्महत्या करने के लिए देर शाम रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। वो रेल की पटरी पर लेट गया और उसके ऊपर से मरुधर एक्सप्रेस ट्रेन भी गुजर गई, लेकिन उसे कुछ नहीं हुआ। फिर रेलवे पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
पुराने शहर में इस तरह एक साथ चार लोगों की मौत से सनसनी फैल गई। जानकारी के बाद मौके पर एसएसपी समेत पुलिस के कई सीनियर अधिकारी और फॉरेंसिक टीम पहुंच गई और जांच में जुटी है। मृतक महिला के बड़े भाई और बच्चों के मामा सत्येंद्र सोनी ने कहा कि इस घटना का खुलासा मुकेश वर्मा ही कर सकते हैं।
उसने ऐसा क्यों किया? परिवार में कोई विवाद नहीं था। मुकेश वर्मा की पहली पत्नी की मृत्यु हो चुकी है और उनकी दूसरी शादी हुई थी। एक बच्चा पहली शादी का है, जमीन जायदाद का विवाद हो सकता है। मौके पर पहुंचे एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि मुकेश वर्मा नाम के व्यक्ति जो सराफा का काम करते है उनकी पहली पत्नी की मृत्यु 2005 में हो चुकी है, यह उनकी दूसरी शादी थी। इसमें 4 लोगों की मृत्यु हुई है, पत्नी, दो बेटी और एक बेटा है।
मुकेश वर्मा को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया है, वह रेलवे स्टेशन पर आत्महत्या करने के लिए गए थे। पूछताछ में पता चला है कि घरेलू विवाद भी चलते आत्महत्या का निर्णय लिया था, पारिवारिक विवाद में फ्रस्ट्रेटेड होकर सभी ने आत्महत्या का ऐसा निर्णय लिया था। मृतकों के गले पर पर मार्क भी दिखाई दे रहा है। प्रथम दृष्टतया ऐसा लग रहा है कि आपसी सहमति से मृत्यु को चुना है।