अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल हुआ सिवनी का रेलवे स्टेशन

सिवनी के रेलवे स्टेशन पर मिल सकेंगी उच्च स्तरीय सुविधाएं, पर आरंभ कब होगा पता नहीं!
(ब्यूरो कार्यालय)
नई दिल्ली (साई)। देश भर में रेल सुविधाओं और रेलवे स्टेशन्स को विकसित करने एवं यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी करने का क्रम लगातार जारी है। केंद्रीय बजट में 2.41 लाख करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की है। इस राशि से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश भर के 1275 रेलवे स्टेशन्स को आधुनिक बनाया जाएगा। इस योजना में सिवनी का रेलवे स्टेशन भी शामिल किया गया है।
रेलवे मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस योजना के तहत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के कुछ रेलवे स्टेशन्स को शामिल किया गया है, जिसमें छिंदवाड़ा एवं सिवनी के रेलवे स्टेशन का इस योजना में शुमार किया गया है। रेलवे का बजट आने के दूसरे दिन भी न तो बालाघाट के सांसद डॉ. ढाल सिंह बिसेन की ओर से कोई विज्ञप्ति जारी की गई है न ही सिवनी की भाजपा के द्वारा ही इसमें हर्ष व्यक्त करते हुए विज्ञप्ति जारी की गई है।
सूत्रों की मानें तो अमृत भारत योजना के तहत चयनित रेलवे स्टेशन्स में प्रवेश द्वार का चौड़ीकरण होगा। प्रतीक्षालय (वेटिंग हॉल) का विस्तार, उच्च स्तरीय प्रकाश की व्यवस्था सहित अनेक सुविधाएं की जाएगी। स्टेशन पर उपलब्ध अनुपयोगी स्थान को जोड़ते हुए एग्जीक्यूटिव लाउंज का विस्तार, सर्कुलेटिंग एरिया के प्रत्येक तरफ साइनेज, अप्रोच सड़क का चौड़ीकरण, पैदल चलने वालों के लिए रास्ता, वाहन का प्रवेश – अस्तित्व, प्रकाश व्यवस्था के साथ पार्किंग क्षेत्र, स्टेशनों की लैंड स्केपिंग, भूनिर्माण, हरे पैच और स्थानीय कला को बढ़ावा देने के लिए कार्य किए जाएंगे।
इस योजना में सिवनी का चयन होना अपने आप में सुखद आश्चर्य से कम इसलिए नहीं माना जा सकता है क्योंकि वर्तमान में सिवनी का रेलवे स्टेशन निर्माणाधीन है और अभी यहां सवारी गाड़ियों का परिचालन आरंभ नहीं हुआ है। सिवनी में उच्च स्तरीय रेलवे स्टेशन का निर्माण तो हो जाएगा पर यहां सवारी रेलगाड़ियों का परिचालन कब आरंभ होगा इस बारे में क्षेत्रीय सांसद डॉ. ढाल सिंह बिसेन ने अपना मौन नहीं तोड़ा है।
सिवनी में 01 दिसंबर 2015 को दो साल के लिए मेगाब्लाक लगाया गया था। इसके बाद जनवरी 2023 अर्थात आठ सालों बाद भी सिवनी में सवारी रेलगाड़ियों का परिचालन आरंभ नहीं हो सका है। सिवनी में रेलवे के द्वारा कराए जाने वाले काम को गुणवत्ता विहीन ही माना जा रहा है। इसके अलावा सांसद डॉ. ढाल सिंह बिसेन के द्वारा दिसंबर 2021 में इस काम का अधीक्षण कर रहे डिप्टी चीफ इंजीनियर मनीष लावणकर की शिकायत करने के लगभग सवा साल बाद भी उनके खिलाफ न तो जांच आरंभ हो पाई है और न ही कोई कार्यवाही ही हुई।
यहां यह भी उल्लेखनीय होगा कि सिवनी में सवारी रेलगाड़ी का परिचालन अभी आरंभ नहीं हो पाया है और भोमा एवं सिवनी के बीच रेलखण्ड में 30 जनवरी को इंजन और इंस्पेक्शन ट्राली के बीच टक्कर होने से दो लोगों की मौत हो गई और तीन घायल हुए हैं।