महिला पहलवानों के पक्ष में फिजियोथेरेपिस्ट का दावा!

(ब्यूरो कार्यालय)

नई दिल्ली (साई)। महिला पहलवानों के यौन शोषण मामले में फिजियोथेरेपिस्ट परमजीत मलिक का बयान भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें बढ़ा सकता है। परमजीत मलिक इंडिया टीवी को दिए टेलिफोनिक इंटरव्यू में दावा किया कि महिला पहलवानों के आरोप सौ फीसदी सही हैं।

परमजीत मलिक के मुताबिक, महिला पहलवानों का कई वर्षों से शोषण हो रहा है। बृजभूषण सिंह महिला पहलवानों को लखनऊ और दिल्ली स्थित अपनी कोठियों पर बुलाते थे। जो खिलाड़ी आने से मना करती थी उसे मैच खेलने से रोकते थे।

बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) पर लगे आरोपों पर बोलते हुए परमजीत मलिक ने कहा, ‘देखो जी आरोप 100% सही हैं, बल्कि आरोपी तो और भी कई लोग हैं, लेकिन बदनामी के कारण लड़कियां आगे नहीं आ पातीं। करीब 100 लड़कियां ऐसी होंगी जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस चीज से प्रताड़ित हुई होंगी, जैसे उनका मानसिक रूप से शोषण किया गया, शारीरिक रूप से शोषण किया गया।

परमजीत मलिक (Paramjeet Malik) ने बताया, ‘किसी का नंबर काटकर किसी को डाल दिया। कई वर्षों से ऐसा होता रहा है, लेकिन हमारी सोसाइटी ऐसी है कि हमारी लड़कियों की बदनामी हो जाएगी, क्योंकि ये जो शब्द है ना शोषणतो लोग बदनामी से डरते हैं। बाकी जो आरोप लगा रही हैं, वे सौ पर्सेंट सही हैं।

परमजीत मलिक ने यह भी कहा, ‘मैं अकेला ही ऐसा नहीं हूं, जो भी कुश्ती से जुड़े हुए हैं, जितने भी कोचेस हैं, रेफरीज हैं और जो भी मैनेजमेंट में खिलाड़ी रहे हैं, सब जानते हैं। लोगों ने थोड़ी बहुत आवाज उठाई भी, लेकिन उन्हें दबा दिया गया।

बृजभूषण शरण सिंह के साथ काम करते हुए क्या कुछ ऐसा देखने को मिला के सवाल पर परमजीत मलिक ने कहा, ‘जब भी कोई छोटे मोटे ट्रायल या टूर्नामेंट होते थे तो वे (बृजभूषण सिंह) बच्चों के पास आते थे तो किसी के गले में हाथ डाल देते थे। किसी के पीठ पर हाथ घुमाना, थपथपी मारना। उनके लिए एक सामान्य बात थी।

परमजीत मलिक ने बताया, ‘उन्होंने (बृजभूषण सिंह) कैंप में अपने सब चेले चपाटे रख रखे थे। रेफरी तो कभी कभी टूर्नामेंट कराने जाते हैं। लड़कियों ने मुझसे भी शिकायत की है। साल 2006 में मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था। इसके बाद मुझे वहां से रातोंरात भगा दिया था।