सीएम बनने के बाद सिर्फ 25 मरीजों को ‘सरकारी मदद’ दे सके उद्धव

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

मुंबई (साई)। राज्य में उद्धव ठाकरे सरकार गठन के 13 दिनों के भीतर सिर्फ 25 मरीजों को इलाज के लिए मुख्यमंत्री सहायता निधि से राशि मिल सकी है। मरीजों को आर्थिक मदद देने की शुरुआत पिछले तीन-चार दिन से ही हुई है।

एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अब तक 25 से अधिक मरीजों को चेक सौंपे जा चुके हैं। मरीजों को 25 हजार से 50 हजार रुपये तक की राशि दी गई है। इस तरह कुल मिला कर करीब 8 लाख रुपये की राशि मरीजों को वितरित की जा चुकी है।

अधिकारी ने बताया कि राज्य में राष्ट्रपति शासन के दौरान राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आदेश दिया था कि मरीजों को मुख्यमंत्री सहायता निधि से लाभ पाने के लिए वर्ली स्थित आयुष्मान भारत कार्यालय में आवेदन देने होंगे, वही आदेश अभी तक चल रहा है। आवेदन पत्रों की जांच भी अभी वर्ली में हो रही है। मंत्रालय में आवेदन पत्र कब से लेने शुरू होंगे, इस पर अधिकारी ने कहा कि जब सरकार हमें आदेश देगी, हम आवेदन लेना शुरू कर देंगे। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत कार्यालय में आवेदन लेने वाले हमारे ही कर्मचारी हैं।

सीएम फडणवीस ने किया पहला काम

बता दें कि दूसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद और मंत्रालय में कामकाज संभालने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने सबसे पहला काम मुख्यमंत्री आरोग्य निधि से एक महिला को चेक देने का किया था। वहीं मुख्यमंत्री बनने के बाद उद्धव ठाकरे ने भी मरीजों को फंड से निधि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था, लेकिन उसमें गति नहीं आ सकी है।

सातवीं मंजिल पर था निधि कार्यालय

मंत्रालय में सातवीं मंजिल पर मुख्यमंत्री सहायता निधि कार्यालय था, जहां मरीजों के आवेदन स्वीकार किए जाते थे, जो अभी बंद है। यह कब खुलेगा, इस पर कोई भी बोलने को तैयार नहीं है। यहां एक अधिकारी की नियुक्ति की गई थी, जो राष्ट्रपति शासन लगने के बाद अपने मूल विभाग में लौट गए हैं। उनकी जगह नए अधिकारी की नियुक्ति कब होगी इसका कुछ पता नहीं है