आर्टिकल 370 हटने के बाद कश्मीर में हुए करीब 300 बार प्रदर्शन

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

नई दिल्‍ली (साई)। कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने के बाद दो महीने में करीब 300 विरोध-प्रदर्शन हुए। इसमें गुस्से का इजहार सबसे ज्यादा पत्थरबाजी के जरिए किया गया। अगस्त में जितने विरोध प्रदर्शन और पत्थरबाजी हुई सितंबर में उसके मुकाबले आधे बार विरोध प्रदर्शन हुए। इंडियन आर्मी की इंटरनल रिपोर्ट के मुताबिक विरोध की 61 पर्सेंट घटनाएं श्रीनगर में हुईं।

बड़गाम और पुलवामा में भी कुछ केस हुए लेकिन अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां, बांदीपुरा, कुपवाड़ा, पुंछ, रजौरी, गंदरबल में विरोध की 5 या इससे कम घटनाएं हुई। सितंबर में कश्मीर में पत्थरबाजी की 85 घटनाएं हुई, 5 जगह प्रदर्शन हुआ और बंद के तीन केस सामने आए।

अगस्त में बने 7 नए आतंकी

इंडियन आर्मी की इंटरनल रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अगस्त में घाटी से 7 युवाओं ने आतंक की राह पकड़ी। जुलाई में 6 और इस साल अब तक 100 युवा आतंकी संगठन के साथ जुड़े। पिछले साल 208 युवा आतंक की राह पर गए थे और 2017 में इनकी संख्या 128 थी। इस साल सितंबर में पाकिस्तान की तरफ से 28 आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की जिसमें 12 आतंकी घुसने में सफल रहे।

अगस्त-सितंबर में जमकर हुआ सीज फायर का उल्लंघन

पाकिस्तान ने अगस्त और सितंबर में जमकर सीज फायर का उल्लंघन किया। सीज फायर उल्लंघन की ज्यादातर घटनाएं साउथ ऑफ पीर पंजाल में हुई हैं। आर्टिकल 370 हटाने के बाद अगस्त में सीज फायर का 300 बार उल्लंघन हुआ और सितंबर में 292 बार। सितंबर में सीज फायर उल्लंघन के दौरान कैलिबर एस्किलेशन हुआ यानी छोटे हथियारों से फायरिंग की बजाय मोर्टार और बड़े हथियारों से हमला किया गया।

सितंबर में कैलिबर एस्किलेशन के 61 केस हुए। आर्मी की इंटरनल रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने अपने निकयाल सेक्टर के अपोजिट भारत की तरफ स्कूलों को टारगेट किया। पाकिस्तान की तरफ से सिविलियंस को टारगेट किया गया और इंडियन आर्मी और पाकिस्तान आर्मी के बीच हर हफ्ते होने वाली ब्रिगेडियर लेवल बात में इस मसले को उठाया गया। इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग में मारे गए और घायल हुए सिविलियंस की लिस्ट भी पाकिस्तान को दी है।