दिल्ली में 200 यूनिट तक बिजली फ्री

 

 

 

 

सीएम अरविंद केजरीवाल का ऐलान, फैसला आज से ही लागू

(ब्‍यूरो कार्यालय)

नई दिल्‍ली (साई)। राजधानी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा तोहफा दिया है। दिल्ली सरकार ने प्रति महीने 200 यूनिट तक बिजली बिल्कुल फ्री कर दी है। अगर आप महीने में 200 यूनिट बिजली खपत करते हैंं तो आपको बिल नहीं भरना होगा। यह फैसला आज ही से लागू कर दिया गया है।

केजरीवाल ने बताया कि अगर कोई 200 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करता है तो उसे बिजली बिल देने की जरूरत नहीं है। वहीं 201 यूनिट होने पर बिल देना होगा। 201 से 400 यूनिट तक आधी सब्सिडी मिलेगी।

खपत  कितना चार्ज  क्या ऐलान

0-200     3 रुपये यूनिट बिल माफ

201-400                4.50 रुपये यूनिट     50 प्रतिशत सब्सिडी (यह व्यवस्था पहले भी)

 

जो लोग 200 यूनिट तक खपत करते हैं, उन्हें बिजली का बिल देने की जरूरत नहीं है। उनके बिजली बिल माफ। अगर आप 201 से 400 यूनिट तक बिजली खपत करते हैं, तो लगभग आपको 50 फीसदी सब्सिडी मिलेगी। लेकिन 200 यूनिट का फायदा नहीं मिलेगा।”-दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

201 से 400 के बीच खपत पर कितना चार्ज

सरकार के फैसले के बाद कई लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि अगर 200 से एक यूनिट भी ज्यादा खपत हुई तो क्या होगा। मान लीजिए 300 यूनिट की खपत हो गई तो क्या होगा। इस स्थिति में 200 से बाद यानी 100 यूनिट पर आधा बिल लगेगा या फिर पूरी 300 यूनिट पर आधा होगा। ऐसे में आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने यहां पहले से लागू नीति पर ही अमल किया है। 2015 में यह नियम बना था कि 200 से ऊपर होने पर पूरे बिल का आधा आपको देना होगा। उदाहरण के तौर पर 300 यूनिट होने पर आपको 150 के पैसे देने होंगे।

पहले की सरकारों पर हमला बोलते हुए केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पहले हर साल बिजली बिल बढ़ाए जाते थे। उन्होंने कहा कि अब आप सरकार में पावर कट कम हुए हैं, जबकि पहले जमकर पावर कट लगाए जाते थे, जिसकी वजह से हर साल इन्वर्टर और बैटरी खरीदने पड़ते थे।

पहले घटाए फिक्सड चार्ज

दिल्ली सरकार ने मंगलवार को ही फिक्सड चार्ज भी घटाए थे। जिन लोगों का सैंक्शन लोड 2 किलोवाट तक है, उन्हें हर महीने पहले 125 रुपये/किलोवाट के हिसाब से फिक्स्ड चार्ज देना पड़ता था, 1 अगस्त से अब उन्हें 20 रुपये/ किलोवाट के हिसाब से फिक्स्ड चार्ज देना होगा। इस तरह से दो किलोवाट लोड पर सभी चार्ज को मिलाकर 244 रुपये तक की बचत होगी। 3 किलोवाट तक लोड होने पर 313 रुपये तक हर महीने बचत होगी।