विदेशी मीडिया ने देखी महाकुंभ की भव्यता

(सुमित माहेश्वरी)

नई दिल्ली (साई)। प्रयागराज में आयोजित विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम, महाकुंभ 2025 की भव्यता और महत्व को दुनिया के सामने रखने के लिए योगी सरकार ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के जवाहर लाल नेहरू भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में विदेशी मीडिया को महाकुंभ की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विशेषताओं से अवगत कराया गया।

महाकुंभ: आस्था और संस्कृति का संगम

महाकुंभ 2025 को मानवता के इतिहास में सबसे बड़े आध्यात्मिक समागमों में से एक बताया गया। इस आयोजन की जड़ें प्राचीन भारतीय पौराणिक कथाओं से जुड़ी हैं। 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले इस मेले में करोड़ों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाकर पाप से मुक्ति पाते हैं।

विदेशी पर्यटकों की भीड़

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है, जिनमें करीब 15 लाख विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। यह आयोजन न सिर्फ भारत की धार्मिक विरासत को बल्कि देश की सांस्कृतिक विविधता को भी प्रदर्शित करता है।

महाकुंभ: विश्व का सबसे बड़ा आयोजन

विदेशी मीडिया को बताया गया कि महाकुंभ 2025 दुनिया के सबसे बड़े आयोजनों में से एक है। रियो कार्निवल, हज या ओक्टोबरफेस्ट जैसे अन्य बड़े आयोजनों की तुलना में महाकुंभ में लाखों अधिक लोग शामिल होते हैं।

आर्थिक विकास में योगदान

महाकुंभ न सिर्फ एक धार्मिक आयोजन है बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बना रहा है। अनुमान के मुताबिक, इस आयोजन से करोड़ों रुपये का व्यापार होगा और उत्तर प्रदेश की जीडीपी में भी वृद्धि होगी।

प्रयागराज का कायाकल्प

महाकुंभ को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए प्रयागराज शहर में व्यापक विकास कार्य किए गए हैं। नए पुल, घाट, बस स्टेशन और अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था से शहर का रूप बदल गया है।

समावेशी आयोजन

महाकुंभ में 13 अखाड़े शामिल हो रहे हैं, जिनमें किन्नर अखाड़ा और महिलाओं के अखाड़े भी शामिल हैं। यह आयोजन लिंग समानता और सामाजिक समरसता का प्रतीक है।

विदेशी मीडिया को सुविधाएं

विदेशी मीडिया को महाकुंभ को कवर करने में किसी भी तरह की समस्या न हो, इसके लिए सरकार ने विशेष व्यवस्था की है।

महाकुंभ 2025 न सिर्फ भारत की आध्यात्मिक विरासत बल्कि देश की आर्थिक प्रगति का भी प्रतीक है। यह आयोजन विश्व को भारत की संस्कृति और परंपराओं से परिचित करा रहा है।

AAKASH KUMAR

आकाश कुमार ने नई दिल्ली में एक ख्यातिलब्ध मास कम्यूनिकेशन इंस्टीट्यूट से मास्टर्स की डिग्री लेने के बाद देश की आर्थिक राजधानी में हाथ आजमाने की सोची. लगभग 15 सालों से आकाश पत्रकारिता के क्षेत्र में हैं और समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के मुंबई ब्यूरो के रूप में लगातार काम कर रहे हैं.समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.