नेवी का जहाज और सैटेलाइट भी शामिल हुआ
(ब्यूरो कार्यालय)
नई दिल्ली (साई)। भारतीय वायु सेना के रूस निर्मित एएन-32 विमान का पता लगाने के लिए मंगलवार को बड़ा तलाशी अभियान चलाया गया। विमान का पता लगाने के लिए भारतीय वायुसेना और मिलिट्री एजेंसियों ने पूरी ताकत झोंक दी है और इस अभियान में अब नेवी के सर्विलांस एयरक्राफ्ट और इसरो के सैटेलाइट का शामिल किया गया है।
यह विमान सोमवार को अरुणाचल प्रदेश के मेंचुका के पास लापता हो गया था। विमान ने असम के जोरहट से चीन की सीमा के पास मेंचुका के लिए उड़ान भरी थी। सोमवार की दोपहर को उड़ान भरने के करीब 33 मिनट बाद विमान लापता हो गया जिसमें 13 लोग सवार थे।
आज दोपहर में नौसेना ने एक अमेरिकी निर्मित P8i नौसैनिक समुद्री जहाज भेजा, जिसे पनडुब्बी शिकारी भी कहा जाता है. अब एयरक्राफ्ट की तलाश में यह भी शामिल हो गया है। वहीं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के उपग्रह जैसे कि RISAT यानी रडार इमेजिंग सैटेलाइट को भी मदद के लिए अभियान में शामिल किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि अंतोनोव एएन-32 विमान का पता लगाने के लिए विमानों और हेलीकॉप्टरों के एक बेड़े को लगाया गया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के पर्वतीय इलाके में तलाशी अभियान चलाने के लिए जवानों को भी तैनात किया गया है। वायु सेना ने बताया कि विमान ने दोपहर 12:27 बजे जोरहट से अरुणाचल प्रदेश के शी-योमी जिले में मेंचुका के लिए उड़ान भरी। भूतल पर नियंत्रण कर रहे अधिकारियों से विमान का आखिरी संपर्क दोपहर 1 बजे हुआ।
वायु सेना ने सोमवार को एक बयान में कहा, ”दुर्घटना की संभावित जगह के बारे में कुछ ग्राउंड रिपोर्ट मिली हैं। हेलीकॉप्टरों को उस तरफ भेजा गया है। हालांकि अभी तक कोई मलबा नहीं दिखा है। वायु सेना ने कहा कि विमान में चालक दल के आठ सदस्य और पांच यात्री सवार थे। वायु सेना उसका पता लगाने के लिए भारतीय सेना और अन्य सरकारी एवं असैन्य एजेंसियों की मदद लेने पर भी विचार कर रही है।
वायु सेना ने लापता अंतोनोव एएन-32 विमान का पता लगाने के लिए दो एमआई-17 हेलीकॉप्टरों के साथ ही सी-130जे और एएन-32 विमानों को लगाया है वहीं भारतीय सेना ने आधुनिक हल्के हेलीकॉप्टरों को लगाया है। एएन-32 विमान रूस निर्मित विमान है और वायु सेना बड़ी संख्या में इसका परिचालन करती है।
इससे पहले जून 2009 में अरुणाचल प्रदेश के वेस्ट सियांग जिले के एक गांव के पास एएन-32 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें 13 रक्षाकर्मी मारे गये। जुलाई 2016 में एक एएन-32 विमान चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर की उड़ान भरने के बाद लापता हो गया था जिसमें 29 लोग सवार थे। कई सप्ताह तक तलाशी अभियान चलाने के बाद भी विमान का पता नहीं चला।
कुछ महीने बाद वायु सेना की एक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में कहा गया कि इस बात की संभावना नहीं लगती कि विमान पर सवार हुए लापता लोग दुर्घटना में जीवित बचे होंगे।