कुल्हड़ की चाय: रेलवे बना रहा योजना

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। मिट्टी की सोंधी खुशबू वाली कुल्हड़ चाय एक बार फिर से रेलवे स्टेशनों पर मिलने वाली है। भारतीय रेल और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) देशभर के 100 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ वाली चाय का स्वाद दिलाने की योजना बना रहा है। इसके शुरू होने के बाद फिर से आप कुल्हड़ में चाय का आनंद ले सकेंगे।

दरअसल, आज से 15 साल पहले तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ में चाय बेचने का ऐलान किया था। लालू का तर्क था कि इससे स्टेशनों पर गंदगी नहीं फैलेगी और कुल्हड़ बनाने वालों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा, लेकिन कुल्हड़ का वजन ज्यादा होने की वजह से ट्रेनों में कुल्हड़ योजना धीरे-धीरे असफल हो गई। वहीं कम कीमत और हल्के वजन वाले प्लास्टिक और पेपर कपों ने कुल्हड़ को स्टेशनों से भी गायब कर दिया।

अब एक बार फिर देशभर के कुम्हारों को बेहतर रोजगार के साधन मुहैया कराने और प्लास्टिक के उपयोग में कमी लाने के लिए मध्यम लघु और सूक्ष्म उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को चिट्ठी लिख कर देशभर के 100 स्टेशनों पर कुल्हण में चाय बेचने की अपील की है। इनमें जबलपुर रेलवे स्टेशन भी शामिल है।

02 अक्टूबर गांधी जयंती से देशभर के रेलवे स्टेशनों में प्लास्टिक पूर्णतः प्रतिबंध हो जाएगा। इससे चाय आदि के डिस्पोजल बंद हो जाएंगे। इसके बाद कुल्हड़ का चलन बढ़ाया जाएगा। रेलवे स्टेशन से लेकर बस अड्डों की दुकानों पर चाय, छाछ और लस्सी की खूब बिक्री होती है।

इन्हें मिट्टी के कुल्हड़ और गिलास में बेचने से देशभर के कुम्हारों की दशा में सुधार हो सकता है और प्लास्टिक के इस्तेमाल में भारी कमी आ सकती है। इसके पहले केन्द्र सरकार द्वारा कुम्हार सशक्तिकरण योजना के तहत बिजली से चलने वाले चाक भी बांटे जा चुके हैं।