नमस्कार, आप सुन रहे हैं समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया की साई न्यूज की समाचार श्रंखला में सोमवार 22 फरवरी का राष्ट्रीय ऑडियो बुलेटिन.
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दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 11.19 करोड़ से ज्यादा हो गया है। 08 करोड़ 72 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 24 लाख 77 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। यह जानकारी अमेरिका की एक वेब साईट के द्वारा आधिकारिक तौर पर जारी की गयी है।
राष्ट्रपति जो बाइडेन की कोरोना टास्क फोर्स के अहम सदस्य और संक्रामक बीमारियों के बड़े विशेषज्ञ डॉक्टर एंथोनी फौसी ने देशवासियों को सतर्क रहने को कहा है। एक कार्यक्रम के दौरान फौसी ने कहा- दुनिया में हुई कुल मौतों में से आधी हमारे देश में हुईं। यह ऐतिहासिक विफलता है। हम इसे कभी याद नहीं करना चाहेंगे। अब भी वक्त है जब हम सतर्कता से काम करें। मेरा मानना है कि अमेरिकियों को अगले वर्ष भी मास्क पहनना आवश्यक होगा। वैक्सीनेशन बहुत तेजी से चल रहा है, लेकिन सतर्कता रखे बिना हम कामयाबी हासिल नहीं कर सकते। अमेरिका में मरने वालों का आंकड़ा पांच लाख के पार हो चुका है। फौसी ही बाइडेन के चीफ मेडिकल एडवाइजर हैं और डोनाल्ड ट्रम्प के दौर में भी वे इस पद को सम्हाल चुके हैं।
फौसी ने कहा- हालात इस बात पर भी निर्भर करते हैं कि वायरस के कितने और कैसे वैरिएंट सामने आते हैं। इसके अलावा यह देखना भी आवश्यक होगा कि यह वैरिएंट कितने खतरनाक हैं। फिलहाल, हालात काबू किये जा सकते हैं और हम यही कर रहे हैं। मास्क एकमात्र ऐसी चीज है जिसके सही उपयोग से हम भविष्य के खतरों को टाल सकते हैं।
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बाबा रामदेव की कंपनी पतजंलि की कोरोनिल टैबलेट को विश्व स्वास्थ्य संगठन से प्रमाण पत्र मिलने की बात को इंडियन मेडिकल एसोसियेशन (आई.एम.ए.) ने सोमवार को सरासर झूठ करार देते हुए आश्चर्य प्रकट किया और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से इस बाबत स्पष्टीकरण की मांग की। पतंजलि का दावा है कि कोरोनिल दवा कोविड-19 को ठीक कर सकती है और साक्ष्यों के आधार पर इसकी पुष्टि की गयी है। यहाँ बताना आवश्यक है कि डब्ल्यू.एच.ओ. ने स्पष्ट किया है कि उसने किसी भी पारंपरिक औषधि को कोविड-19 के उपचार के तौर पर प्रमाणित नहीं किया है।
योग गुरु रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद ने 19 फरवरी को कहा था कि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यू.एच.ओ. की प्रमाणन योजना के तहत कोरोनिल टेबलेट को आयुष मंत्रालय की ओर से कोविड-19 के उपचार में सहायक औषधि के तौर पर प्रमाण पत्र मिला है। हालांकि, पतंजलि के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण ने बाद में ट्वीट कर सफाई दी थी और कहा था, हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि कोरोनिल के लिये हमारा डब्ल्यू.एच.ओ. जी.एम.मी. अनुपालन वाला सी.ओ.पी.पी. प्रमाण पत्र डी.जी.सी.आई., भारत सरकार की ओर से जारी किया गया। यह स्पष्ट है कि डब्ल्यू.एच.ओ. किसी दवा को मंजूरी नहीं देता। डब्ल्यू.एच.ओ. विश्व में सभी के लिये बेहतर भविष्य बनाने के वास्ते काम करता है।
सोमवार को आई.एम.ए. की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, देश का स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते, पूरे देश के लोगों के लिये झूठ पर आधारित अवैज्ञानिक उत्पाद को जारी करना कितना न्यायसंगत है। क्या आप इस कोरोना रोधी उत्पाद के तथाकथित क्लिनिकल ट्रायल की समयसीमा बता सकते हैं?
आई.एम.ए. ने कहा, देश मंत्री से स्पष्टीकरण चाहता है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को स्वतः संज्ञान लेने के लिये भी पत्र लिखेगा। यह भारतीय चिकित्सा परिषद के नियमों का उल्लंघन है। आई.एम.ए. ने कहा, डब्ल्यू.एच.ओ. से प्रमाणन की सरासर झूठी बात पर गौर करके इंडियन मेडिकल एसोसियेशन स्तब्ध है।
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राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक बस और मेट्रो ट्रेन कम से कम दो और हफ्तों तक सीमित क्षमता के साथ ही चलेंगी। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डी.डी.एम.ए.) ने यात्रियों की संख्या यथास्थिति बनाये रखने का सोमवार को फैसला किया। सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा, दिल्ली मेट्रो ट्रेन और सार्वजनिक बस अभी सीमित क्षमताओं के साथ ही चलेंगी। अभी दो और सप्ताह स्थिति पर सतर्कतापूर्वक नजर रखी जायेगी। दिल्ली परिवहन विभाग (डी.टी.सी.) ने पिछले हफ्ते डी.डी.एम.ए. को प्रस्ताव भेजा था ताकि सार्वजनिक बस में यात्रियों को खड़े होने की अनुमति दी जा सके।
राष्ट्रीय राजधानी में अभी डी.टी.सी. और क्लस्टर बस में खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं है और बस में सीटों के हिसाब से ही यात्रा करने की अनुमति दी गयी है। मेट्रो ट्रेनों में यात्री एक सीट छोड़कर बैठ सकते हैं।
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आधी सदी से ज्यादा देश पर राज करने वाली काँग्रेस का प्रभाव अब सिमटता दिख रहा है। देश की सत्ता में जब से मोदी सरकार आयी है, मानों जैसे काँग्रेस के अच्छे दिन भी चले गये। पुडुचेरी में बीते कुछ दिनों से जारी राजनीतिक संकट का पटाक्षेप हो गया और अंततः काँग्रेस की सरकार गिर गयी। मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के नेत्तृत्व में काँग्रेस सरकार सदन में बहुमत साबित करने में विफल रही और इस तरह कभी दक्षिण भारत में मजबूत रही काँग्रेस का आखिरी राज्य भी हाथ से चला गया। दरअसल, विधानसभा में पेश किये गये विश्वासमत प्रस्ताव पर मतदान से पहले ही मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी और सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया था। इसके बाद मुख्यमंत्री राजनिवास पहुँचे और उप राज्यपाल को अपना स्तीफा सौंपा।
दरअसल, कर्नाटक के बाद दक्षिण भारत में पुडुचेरी में ही काँग्रेस की सरकार बची थी, लेकिन अब वहाँ से भी पार्टी की बिदाई हो गयी। कर्नाटक में भी जे.डी.एस. के साथ किसी तरह काँग्रेस गठबंधन की सरकार में कुछ समय तक रही, लेकिन बाद में फिर से भारतीय जनता पार्टी ने वहाँ की सत्ता पर कब्जा कर लिया। उसके बाद दक्षिण भारत के राज्यों में एक पुडुचेरी ही था, जहाँ काँग्रेस की सरकार बची थी, लेकिन वहाँ भी विधायकों के स्तीफे के बाद सत्ता हाथ से चली गयी। इस तरह से देखा जाये तो अब काँग्रेस का दक्षिण भारत का मजबूत किला पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है।
एक ओर जहाँ 2014 के बाद से पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी का दखल बढ़ता जा रहा है, वहीं काँग्रेस सत्ता से बेदखल होती जा रही है। अब यदि काँग्रेस शासित राज्यों की बात करें तो पांच राज्य ही ऐसे हैं, जहाँ काँग्रेस सरकार में है। राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और झारखंड में काँग्रेस सरकार में है। इनमें से भी तीन राज्यों में राजस्थान, पंजाब और छत्तीसगढ़ में ही काँग्रेस की पूरी तरह से सरकार है, वरना महाराष्ट्र और झारखंड में तो काँग्रेस सहायक की ही भूमिका में है।
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दादर और नगर हवेली के सांसद मोहन देलकर ने दक्षिण मुंबई के एक होटल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिये भेज दिया गया है। सात बार सांसद रहे देलकर की आत्महत्या के पीछे की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि पुलिस घटनास्थल पर उपस्थित है और मामले की जांच कर रही है।
दादर और नगर हवेली की लोकसभा सीट से मोहन देलकर संसद सदस्य के रूप में काम करने वाले एक स्वतंत्र राजनेता थे। 19 दिसंबर 1962 को सिलवासा में जन्मे देलकर का पूरा नाम मोहन संजीभाई देलकर था।
मोहन देलकर ने 2019 लोकसभा का चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था और बीजेपी के नथुभाई गोमनभाई पटेल को नौ हजार वोटों से शिकस्त दी थी। मोहन देलकर ने 2019 में सातवीं बार लोकसभा का रास्ता तय किया था।
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समाचारों के बीच में हम आपको यह जानकारी भी दे दें कि मौसम के अपडेट जानने के लिये समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के चैनल पर प्रतिदिन अपलोड होने वाले वीडियो अवश्य देखें। मौसम से संबंधित अपडेट मूलतः किसानों, निर्माण कार्य, यात्रा या समारोह आदि के लिये फायदेमंद साबित हो सकते हैं। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के द्वारा अब तक मौसम के जो पूर्वानुमान जारी किये गये हैं, वे 95 से 99 प्रतिशत तक सही साबित हुए हैं।
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लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान के लिये सोमवार को बड़ा झटका लगा है। लोजपा की इकलौती एम.एल.सी. नूतन सिंह बीजेपी में शामिल हो गयी हैं। इसी के साथ बिहार विधान परिषद में चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के सदस्यों की संख्या शून्य हो गयी है। नूतन सिंह ने पटना बीजेपी ऑफिस में बिहार भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
दरअसल केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद एल.जे.पी. में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के नये अध्यक्ष चिराग पासवान जहाँ पार्टी के संगठन में बदलाव में जुटे हैं, वहीं पार्टी में कुछ लोग उनके फैसलों से नाखुश बताये जा रहे हैं जिसके चलते कोई न कोई लोजपा का नेता पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हो रहा है।
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आप सुन रहे थे समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया की साई न्यूज में शरद खरे से सोमवार 22 फरवरी का राष्ट्रीय ऑडियो बुलेटिन। मंगलवार 23 फरवरी को एक बार फिर हम ऑडियो बुलेटिन लेकर उपस्थित होंगे, आपको ये ऑडियो बुलेटिन यदि पसंद आ रहे हों तो आप इन्हें लाईक, शेयर और सब्सक्राईब अवश्य करें, सब्सक्राईब कैसे करना है यह प्रत्येक वीडियो के अंत में हम आपको बताते ही हैं। अभी आपसे अनुमति लेते हैं, नमस्कार।
(साई फीचर्स)

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