महाकुंभ 2025 : बच्चों के लिए एक जादुई यात्रा

(रश्मि सिन्हा)

महाकुंभ नगर (साई)। कल्पना करो, एक ऐसा मेला जहां लाखों लोग एक साथ मिलकर भगवान को याद करते हैं! यह मेला है महाकुंभ। 2025 में यह मेला बहुत खास है। आओ, हम तुम्हें बताते हैं कि क्यों।

अमृत की बूंदें और महाकुंभ

बहुत पहले, देवताओं और असुरों ने समुद्र मंथन किया था। इस मंथन से अमृत निकला था। जब यह अमृत गिरा था, तो जहां-जहां इसकी बूंदें गिरी थीं, वहां-वहां पवित्र नदियां बन गईं। और इन नदियों के किनारे ही महाकुंभ का मेला लगता है!

दुनिया का सबसे बड़ा मेला

महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा मेला है। लाखों लोग दूर-दूर से इस मेले में आते हैं। यह एक विशाल शहर की तरह होता है, जहां लोग एक साथ मिलकर गाते हैं, नाचते हैं और भगवान को याद करते हैं।

क्यों है महाकुंभ इतना खास?

इतिहास और कहानियां: महाकुंभ की कहानियां बहुत पुरानी हैं। ये कहानियां हमें हमारे देश की संस्कृति और परंपराओं के बारे में बताती हैं।

आस्था: इस मेले में लोग अपनी आस्था दिखाते हैं। वे मानते हैं कि यहां आने से उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

नदियां: महाकुंभ पवित्र नदियों के किनारे लगता है। नदियां हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। वे हमें पीने का पानी देती हैं और खेती के लिए पानी भी देती हैं।

एक साथ मिलकर: महाकुंभ में लोग अलग-अलग धर्मों और जातियों के होते हैं, लेकिन वे सब एक साथ मिलकर प्रार्थना करते हैं। यह हमें सिखाता है कि हम सब एक हैं।

हाईलाईट्स

रंग-बिरंगे मेले: महाकुंभ में बहुत सारे रंग-बिरंगे मेले लगते हैं। यहां तुम झूले झूल सकते हो, खिलौने खरीद सकते हो और तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजन खा सकते हो।

कहानियां और किस्से: साधु-संत बच्चों को धार्मिक कहानियां सुनाते हैं।

नई चीजें सीखना: तुम यहां नए लोगों से मिलोगे और नई चीजें सीखोगे।

महाकुंभ हमें क्या सिखाता है?

एकता: हम सब एक हैं।

आस्था: हमें अपनी आस्था पर विश्वास रखना चाहिए।

पर्यावरण: हमें नदियों और प्रकृति का सम्मान करना चाहिए।

तो बच्चों, महाकुंभ सिर्फ एक मेला नहीं है, बल्कि यह हमारे संस्कृति और परंपराओं से जुड़ने का एक मौका है।

ASHISH KOSHAL

आशीष कौशल का नाम महाराष्ट्र के विदर्भ में जाना पहचाना है. पत्रकारिता के क्षेत्र में लगभग 30 वर्षों से ज्यादा समय से सक्रिय आशीष कौशल वर्तमान में समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के नागपुर ब्यूरो के रूप में कार्यरत हैं . समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.