(एल.एन. सिंह)
प्रयागराज (साई)। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन प्रयागराज में आज प्रातःकाल अखाड़े की सभी पंगतों के संतों महंतों और महामंडलेश्वरों की सन्निधि में पश्चिमी पंगत के नए महंत का चयन पूर्ण कर लिया गया।
सभी ने सर्वसम्मति से ब्रह्मलीन संत गुरु शरण दास महाराज (हरिहर उदासीन आश्रम नई दिल्ली) के शिष्य संत श्री रामनौमी दास का चयन किया गया संत श्री रामनौमी दास बाल्यावस्था से ही वैराग्य को प्राप्त है। आपने बचपन से ही जलधारा की कठोर तपस्या निरंतर करके अपने आध्यात्मिक ओज को विकसित किया है। आपकी साधना, लगन और अखाड़े के प्रति पूर्ण निष्ठा को देखते हुए देश भर से आए सभी संतो ने सर्वसम्मति से पश्चिमी पंगत का महंत नियुक्त किया। महंत चयन की प्रक्रिया के पश्चात मार्गशीर्ष पूर्णमासी का पूजन विधि-विधान से अखाड़े के प्राचीन मंदिर में संपन्न हुआ।
तत्पश्चात सभी संत नवचयनित महंत को लेकर पवित्र त्रिवेणी संगम स्नान के लिए ले गए। जहां विधि विधान से पारंपरिक पूजन और स्नान की प्रक्रिया की गई। तत्पश्चात अखाड़े में आकर उनका स्वागत और उनकी शिखा को अखाड़े के श्रीमहंत महेश्वर दास महाराज (उत्तर पतंग), महंत श्री दुर्गा दास महाराज (दक्षिण पंगत), महंत श्री अद्वैतानन्द महाराज (पूर्व पंगत) के द्वारा उनकी जटाओं को बटने की पारंपरिक परंपरा पूर्ण की गई।
आज से श्री रामनौमी दास को वैधानिक रूप से पश्चिमी पंगत के महंत पद पर चयनित किया गया है। जिन्हें कल चुनाव की प्रक्रिया के द्वारा औपचारिक घोषणा के द्वारा पदारूढ़ किया जाएगा। महंत पद के लिए पट्टाभिषेक के बाद समस्त अखाड़ों के द्वारा उन्हें उदासीन संप्रदाय की पश्चिमी पतंग के महंत की मान्यता प्रदान की जाएगी।
16 दिसंबर को महंत पद पर होने वाली प्रक्रिया अत्यंत ऐतिहासिक और महत्व की तिथि है। जिसमें रिक्त हुए पद की पूर्ति के साथ अखाड़ा अपनी कुंभ की प्रक्रिया को समस्त संतों के साथ मिलकर अग्रसारित करेगा। अखाड़े में हर्षोल्लास का वातावरण है किसी प्रकार का कोई भी विभेद किसी तरह नहीं है। जो दोषी लोग थे उन्हें अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया है। अखाड़ा अपनी संपदा भूमि और सभी भौतिक व्यवस्थाओं को हमेशा समाज की सेवा के लिए समर्पित करता है। यही अखाड़े का इतिहास और यथार्थ है।

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से मानसेवी तौर पर जुड़े हुए मनोज राव देश के अनेक शहरों में अपनी पहचान बना चुके हैं . . .
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं.
अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.