प्रिंट के पत्रकार ने वीडियो क्‍यों बनाया . . .

मिड डे मील में नमक-रोटी: एफआईआर पर डीएम का अजीब बयान

(ब्यूरो कार्यालय)

मिरजापुर (साई)। उत्तर प्रदेश के मीरजापुर स्थित एक प्रथमिक विद्यालय में मिड-डे-मील के नाम पर विद्यार्थियों को नमक-रोटी परोसने की घटना को सामने लाने वाले पत्रकार पवन जायसवाल पर एफआईआर के मामले में डीएम ने मंगलवार को अजीब सफाई दी।

जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने कहा कि प्रिंट मीडिया का पत्रकार होने के बावजूद पत्रकार ने जिस तरह से विडियो बनाकर उसे वायरल किया, उससे लगता है वह किसी साजिश में शामिल था।

मीडिया से बातचीत में डीएम अनुराग पटेल ने कहा, ‘आप प्रिंट मीडिया के पत्रकार हो फोटो खींच लेते। आपको मामले में जो गंभीरता लग रही थी, गलत हो रहा था तो उसे छाप सकते थे उन्होंने ऐसा नहीं किया, इसलिए भूमिका संदिग्ध लगी।हालांकि डीएम अनुराग पटेल ने यह नहीं बताया कि सोशल मीडिया पर विडियो वायरल करना किस तरह से साजिश की श्रेणी में आता है।

गौरतलब है कि बच्चों को नमक-रोटी खिलाए जाने की खबर छापने वाले पत्रकार पवन कुमार जायसवाल, ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि राजकुमार पाल तथा अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ साजिश रचने, सरकारी काम में बाधा डालने, झूठी बातों को तथ्य के तौर पर पेश करने और धोखाधड़ी कर सरकार की छवि खराब करने के कुत्सित प्रयासके आरोप में अहिरौरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मुकदमा 31 अगस्त को खंड शिक्षाधिकारी प्रेम शंकर राम की तहरीर पर दर्ज किया गया है। मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि पत्रकार पवन ने सोची-समझी साजिश के तहत स्कूल में विडियो तैयार किया ताकि सरकार को बदनाम किया जा सके।

पत्रकारों ने भी सौंपा ज्ञापन

मिरजापुर जिले में पत्रकार उत्पीड़न की घटना से नाराज पत्रकारों ने मंगलवार को मंडलायुक्त आनन्द सिंह को पत्रक सौंपकर कथित अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद किया। नमक-रोटी मामले में पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने से पत्रकारों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। कमिश्नर ने पत्रकारों से कहा क‍ि पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के प्रकरण की जांच किसी गैर जिले के उच्चाधिकारी से कराई जाएगी।