मुड गया गुजरात की ओर बढ़ रहा ‘वायु’ चक्रवात

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

राजकोट (साई)। गुजरात तट की ओर बढ़ रहे चक्रवात वायुपर थोड़ी राहत की खबर है। 135 से 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आ रहे इस तूफान ने गुरुवार सुबह अपनी दिशा थोड़ी बदली है।

गुजरात तट से पहले यह तूफा वापस समुद्र की ओर मुड़ गया है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अब इस तूफान के गुजरात में घुसने की संभावना नहीं है। हालांकि तूफान के मद्देनजर तैयारियां पूरी हैं। करीब 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। जानिए इस तूफान से जुड़ी बड़ी बातें…

टल गया है खतरा?

भारतीय मौसग विभाग (IMD) की वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती के मुताबिक वायु तूफान के अब गुजरात तट से टकराने की संभावना नहीं है। मोहंती के मुताबिक यह तूफान अब पोरबंदर, द्वारका के आसपास से होकर निकल जाएगा। हालांकि गुजरात के तटीय इलाकों में इसका असर दिखेगा और भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलेंगी।

करीब 3 लाख लोग सुरक्षित निकाले गए

इस अच्छी खबर के बीच गुजरात में बचाव दल पूरी तरह ऐक्टिव है। बड़े पैमाने पर लोगों को खतरे वाले स्थानों से बाहर निकाला जा चुका है। गुजरात सरकार ने अब तक 3.1 लाख लोगों को तूफान की आशंका वाले इलाकों से बाहर निकाला है। 500 गांवों से लोगों को निकालकर 200 सुरक्षित ठिकानों पर रखा गया है। एनडीआरएफ ने अपनी 52 टीमों को रेस्क्यू और रिलीफ ऑपरेशंस के लिए पहले ही तैनात कर दिया है।

98 ट्रेनों को किया गया कैंसल

केंद्र और राज्य सरकारों ने तूफान के मद्देनजर कई सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को कैंसल कर दिया है। पश्चिम रेलवे ने गुजरात के तटीय इलाकों से गुजरने वाली 98 ट्रे्नों को रद्द कर दिया है। इनमें 70 ट्रेनें पूरी तरह कैंसल कर दी गई हैं, जबकि 28 को आंशिक रूप से रद्द किया गया है। इन ट्रेनों को 15 जून तक के लिए बंद किया गया है, तब तक तूफान की तीव्रता अधिक रहने की आशंका है। गुजरात परिवहन ने रोडवेज की उन सेवाओं को भी बंद किया है, जो लोगों को तटीय इलाकों तक पहुंचाती हैं या फिर लेकर आती हैं।

हवाई यातायात पर भी असर

बुधवार की रात से गुरुवार की रात तक एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पोरबंदर, दीव, भावनगर, केशोड और कांडला में फ्लाइट्स का ऑपरेशन बंद रखा गया है। फिलहाल किसी एयरपोर्ट पर किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। सूरत, भुज, केशोड, कांडला, जामनगर, वडोदरा में स्थिति सामान्य है। दीव, पोरबंदर और भावनगर एयरपोर्ट्स पर फिलहाल 30-40 कमी/प्रति घंटे से लेकर 60 किमी कमी/प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। यहां स्थिति पर नजर रखने और मौसम का डेटा ध्यान में रखने के लिए कहा गया है।