मध्य प्रदेश में नेशनल इंश्योरेंस के फर्जीवाड़े को उजागर करने रचा गया एक नाटक!
(ब्यूरो कार्यालय)
नई दिल्ली (साई)। जनरल इंश्योरेंस कंपनियों में किस तरह के फर्जीवाड़े चल रहे हैं इसे उजागर करने के लिए एक प्रहसन (नाटक) को रचा गया। इस बारे में नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के उच्चाधिकारियों को सूचना देने के बाद भी इस मामले को ठण्डे बस्ते के हवाले कर दिया गया।
एक उपभोक्ता ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पूर्व में उसके परिवार की लगभग आधा दर्जन दो और चार पहिया वाहनों का इंश्योरेंस किसी अन्य कंपनी से हुआ करता था, और जबसे वाहन खरीदे गए कमोबेश तभी से ही उनके वाहनों को न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा बीमित किया जाता रहा था।
उक्त उपभोक्ता ने आगे बताया कि उसे पता चला कि नेशनल इश्योरेंस कंपनी में फर्जी प्रकरण भी बना जा रहे हैं, और इन प्रकरणों के जरिए गड़बड़झाला भी किया जाता है। उनकी कार का अगले शीशे में दरार थी, वे इसे सुधरवाना चाह रहे थे, इसी बीच एक एजेंट ने उनसे संपर्क किया और उनसे कहा कि अगर वे अपने सारे वाहनों का बीमा नेशनल इंश्योरेंस कंपनी से करवाते हैं तो उनके टूटे शीशे वाली कार का न केवल शीश बदलवाने का क्लेम सेटिल करवा दिया जाएगा, वरन उनकी कार में छोटी मोटी रिपोयरिंग के काम को भी क्लेम के जरिए करवा दिया जाएगा।
उक्त उपभोक्ता ने आगे बताया कि उनके द्वारा अपने सारे वाहनों का बीमा फरवरी 2021 में न्यू इंडिया इंश्योरेंस के बजाए नेशनल इंश्योरेंस में बीमा एजेंट के बताए अनुसार करवा दिया गया। उन्होंने कहा कि समय आने पर वे अपने परिवार के सारे वाहनों के नंबर भी मुहैया करवा सकते हैं ताकि जब से वे खरीदे गए हैं उसके बाद से उनके वाहनों का इंश्योरेंस किस कंपनी से है यह पता किया जा सके।
(क्रमशः जारी)

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं.
अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.