नमस्कार, आप सुन रहे हैं समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया की साई न्यूज की समाचार श्रंखला में मंगलवार 02 फरवरी का राष्ट्रीय ऑडियो बुलेटिन.
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कृषि कानूनों को लेकर चल रहा किसान आंदोलन 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद एक बार कमजोर पड़ता नजर आ रहा था, लेकिन राकेश टिकैत के आंसुओं ने इसमें नयी जान फूंक दी है। आंदोलन और मजबूती से उठ खड़ा हुआ है। दिल्ली-यूपी सीमा पर स्थित गाजीपुर बॉर्डर पर डेरा डाले किसानों का साफ कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं लिये जाते तब तक घर वापस नहीं लौटेंगे। इस बीच मिल रहे भारी समर्थन को देखते हुए आंदोलन का चेहरा बन चुके राकेश टिकैत का अंदाज भी बदला-बदला सा नजर आ रहा है। मंगलवार को इसकी एक झलक देखने को मिली।
दरअसल मंगलवार की दोपहर को राकेश टिकैत मीडिया से बातचीत के बाद खाना खाने चले गये। टिकैत ने जानबूझकर धारा 144 लगी होने की सूचना देते पुलिस के बैरिकेड्स के नीचे बैठकर खाना खाया। कुछ मीडियाकर्मियों ने उनसे कहा भी कि उस पर चेतावनी लिखी है, इस पर टिकैत ने कहा कि यहीं तो बैठकर खाना है। टिकैत का यह बदला हुआ अंदाज सोशल मीडिया पर लोगों का खासा ध्यान खींच रहा है।
टिकैत ने आरोप लगाया कि सरकार आंदोलनस्थलों की किलेबंदी के बाद रोटीबंदी करने की तैयारी में है। इसी के विरोध में हमने रोटी खाकर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि सरकार खाने को तिजोरी में बंद करना चाहती है, इसलिये हम सड़क पर बैठकर खाना खा रहे हैं।
राकेश टिकैत ने इस दौरान कहा कि हमने सरकार को बता दिया है कि यह आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे। बातचीत भी चलती रहेगी।
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भारत और नेपाल के बीच पिछले वर्ष सीमाक्षेत्रों पर विवाद को लेकर तनाव की स्थिति कायम रही। हालांकि, कोरोना वायरस की महामारी में भारत ने नेपाल की खुले दिल से सहायता की है जिसकी सराहना नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली भी कर चुके हैं, जो कभी बेहद तीखे तेवर अपना रहे थे। अब भारत में नेपाल के राजदूत नीलांबर आचार्य ने भी भारत को धन्यवाद देते हुए कहा है कि दोनों देशों को अपने संबंध बरकरार रखने के बारे में सोचना चाहिये, दूसरी चीजों के बारे में नहीं।
उन्होंने कहा, हम कोरोना वायरस वैक्सीन की 10 लाख खुराकें देने के लिये भारत सरकार के आभारी हैं। हमें भरोसा है कि हमें और खुराकें मिलेंगी जिनका हमने ऑर्डर दिया है। हम भारत की सरकार और लोगों को धन्यवाद देते हैं, वे अच्छे पड़ोसी और दोस्त हैं। आचार्य ने यह भी कहा कि भारत और नेपाल के करीबी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक संबंध हैं। दोनों देश कई मूल्य साझा करते हैं और एक ही सभ्यता से दोनों देश आये हैं।
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को देश का आम बजट पेश किया। कोरोना महामारी के बाद यह पहला बजट था। इसके चलते यह आशंका थी कि बजट में बहुत उम्मीदें करना अच्छा नहीं होगा। बजट के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया में इसके फायदे-नुकसान दोनों पर बयान दिये। टीवी चैनल्स पर भी इसको लेकर बहस हुई।
एक टीवी चैनल पर आज की बात कार्यक्रम में एंकर रजत शर्मा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सीधे पूछा कि बजट में राष्ट्रीय संपत्ति बेचने की बात कही गयी है। इस पर निर्मला सीतारमण ने कहा जब सरकार चला नहीं पा रही तो उसे रखने में क्या फायदा है। उन्होंने कहा, नेशनल एसेट्स पब्लिक मनी जब उसमें से कुछ नहीं निकल रहा, ऊपर से लॉस में चल रहा है तो कितने वर्ष तक आप पब्लिक टैक्स पेयर पैसों को लगातार कुंए में डालते जायेंगे।
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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने आज कक्षा 10 और 12 की परीक्षाओं की डेटशीट जारी कर दी है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्विटर पर डेटशीट जारी करने के साथ ही साथ विद्यार्थियों को बोर्ड एग्जाम के लिये शुभकामनाएं भी दी हैं। उन्होंने लिखा, डियर स्टूडेंट्स, कृपया आश्वस्त रहें कि हमने यह सुनिश्चित करने के लिये अपनी पूरी कोशिश की है कि ये परीक्षा आपके लिये सुचारू रूप से चले। आपको शुभकामनाएं।
परीक्षाएं 04 मई से 10 जून तक होनी हैं। परीक्षा ऑफलाइन लिखित मोड में आयोजित की जायेगी और पेपर में 33 प्रतिशत इंटरनल च्वॉइस के सवाल होंगे। परीक्षा का सिलेबस भी 30 प्रतिशत कर दिया गया है। निशंक ने कहा कि शालाएं 01 मार्च से प्रैक्टिकल परीक्षाएं आयोजित करेंगी। यदि कोरोना के कारण शालाएं नहीं खुल पाती हैं तो वह प्रैक्टिकल परीक्षाएं बाद में आयोजित कर पायेंगे।
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में 2021-22 का आम बजट पेश किया। बजट के दौरान वित्त मंत्री ने डीजल और पेट्रोल पर कृषि सेस लगाने की घोषणा की। आम बजट के अनुसार सरकार ने डीजल पर प्रति लीटर 04 रूपये कृषि सेस और पेट्रोल पर प्रति लीटर ढाई रूपये कृषि सेस लगाया है। हालाँकि सरकार ने कहा है कि इससे लोगों की जेब पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन उनके अपने ही नेता इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।
पेट्रोल और डीजल पर कृषि सेस लगाये जाने पर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सरकार पर तंज कसा है। सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्विटर पर एक फोटो शेयर किया है। फोटो में दूसरे देशों से पेट्रोल के दामों की तुलना की गयी है। इस तस्वीर में स्वामी ने लिखा है कि राम के देश भारत में पेट्रोल के दाम 93 रुपये, सीता के देश नेपाल में पेट्रोल 53 रुपये प्रति लीटर और रावण के देश श्रीलंका में पेट्रोल 51 रुपये प्रति लीटर है। दिल्लीे में इन दिनों पेट्रोल के दाम 86 रुपये प्रति लीटर हैं। वहीं डीजल के दाम भी 76 रुपये हैं. मुंबई में इनकी कीमत और भी अधिक है।
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भारत और चीन में पिछले वर्ष से जारी सीमा तनाव पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन की पहली प्रतिक्रिया सामने आयी है। बाइडन प्रशासन ने पड़ौसी देशों पर धौंस जमाने के चीन के लगातार जारी प्रयासों पर चिंता जताते हुए कहा है कि वह इन स्थितियों पर पैनी नजर बनाये हुए है। बाइडन प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि अमेरिका सामरिक रूप से अहम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिये अपने सहयोगियों के साथ खड़ा रहेगा। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एन.एस.सी.) की प्रवक्ता एमिली जे होर्न ने कहा कि हमने हालात पर करीब से नजर बना रखी है।
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समाचारों के बीच में हम आपको यह जानकारी भी दे दें कि मौसम के अपडेट जानने के लिये समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के चैनल पर प्रतिदिन अपलोड होने वाले वीडियो अवश्य देखें। मौसम से संबंधित अपडेट मूलतः किसानों, निर्माण कार्य, यात्रा या समारोह आदि के लिये फायदेमंद साबित हो सकते हैं। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के द्वारा अब तक मौसम के जो पूर्वानुमान जारी किये गये हैं, वे 95 से 99 प्रतिशत तक सही साबित हुए हैं।
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में निजि शालाओं के प्रधानाचार्यों से बातचीत की। इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि हम तुरंत नर्सरी एडमिशन आरंभ करने की प्रक्रिया आरंभ करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार कोविड की वजह से थोड़ी देर हो गयी। हम उम्मीद करते हैं कि शीघ्र ही शेष शालाएं भी खुल जायेंगी।
केजरीवाल ने कहा कि बच्चे शालाओं और महाविद्यालयों में वापस जाना चाहते हैं, लेकिन माता-पिता और शिक्षक चिंतित हैं। चूंकि अब वैक्सीन आ गयी है, हमें उम्मीद है कि हम शीघ्र ही शालाएं खोल पायेंगे।
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कोरोना महामारी से भारत में अब तक 162 डॉक्टर, 107 नर्स और 44 आशा कार्यकर्त्ताओं की मौत हो चुकी है। राज्यसभा में मंगलवार को इसकी जानकारी दी गयी। ये आंकड़े इस वर्ष 22 जनवरी तक के हैं।
कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताओं की संख्या को लेकर पूछे गये एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सदन में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रभावित लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत बीमा दिया जा रहा है।
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महाराष्ट्र में यवतमाल जिले के कापसिकोपरी गाँव में 12 बच्चों को पोलियो ड्रॉप के स्थान पर सैनिटाइजर की ड्रॉप पिला दी गयी। सभी बच्चों की उम्र पांच वर्ष से कम है। उल्टी और बेचैनी की शिकायत के बाद इन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। उनकी हालत स्थिर है। चिकित्सकों का दल इनकी निगरानी कर रही है। इस मामले में भानबोरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एक डॉक्टर, एक आंगनबाड़ी सेविका और एक आशा कार्यकर्ता के विरूद्ध जांच का आदेश दिया गया है।
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आप सुन रहे थे समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया की साई न्यूज में शरद खरे से मंगलवार 02 फरवरी का राष्ट्रीय ऑडियो बुलेटिन। बुधवार 03 फरवरी को एक बार फिर हम ऑडियो बुलेटिन लेकर उपस्थित होंगे, आपको ये ऑडियो बुलेटिन यदि पसंद आ रहे हों तो आप इन्हें लाईक, शेयर और सब्सक्राईब अवश्य करें, सब्सक्राईब कैसे करना है यह प्रत्येक वीडियो के अंत में हम आपको बताते ही हैं। अभी आपसे अनुमति लेते हैं, नमस्कार।
(साई फीचर्स)

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