नवसाक्षर (परीक्षार्थी) परीक्षा का आयोजन कल

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र सिवनी ने बताया कि राज्य शिक्षा केन्द्र, भोपाल आदेशानुसार साक्षरता दर बढ़ाने हेतु भारत सरकार के निर्देश पालन में संचालित ‘‘उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम‘‘ अंतर्गत कलेक्टर सह जिला मिशन संचालक श्री क्षितिज सिंघल एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी सह जिला परियोजना संचालक के निर्देशन में रविवार 17 मार्च 2024 को नवसाक्षरों की मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता मूल्याकंन परीक्षा का आयोजन किया जायेगा। जिसमें जिले के 13497 नवसाक्षर (परीक्षार्थी) परीक्षा में सम्मिलित होगें। परीक्षा का समय प्रातः 10 बजे से सायं 05 बजे तक रहेगा तथा परीक्षा तीन घंटे की रहेगी, परीक्षा तिथि में परीक्षार्थी अपनी सुविधानुसार परीक्षा केन्द्र आ सकता है।

नवसाक्षरों को परीक्षा केन्द्र तक लाने में अक्षर साथी, सामाजिक संस्था, वरिष्ठ नागरिकों, एन.एस.एसएन.सी.सी, भारत स्काउट गाइड, नेहरू युवा केन्द्र, जन अभियान परिषद, मुख्यमंत्री नेतृत्व विकास पाठयक्रम के छात्र/छात्राओं का सहयोग ले सकते है। परीक्षा में ऐसे नवसाक्षर शामिल होगें, जो नवभारत साक्षरता कार्यकम अंतर्गत सर्वे के द्वारा चिन्हांकित किये गये हैं तथा अक्षर साथियों के द्वारा नामांकन किया जाकर एनसीईआरटी या राज्य शिक्षा केन्द्र, द्वारा तैयार की गई अक्षर पोथी प्रवेशिका से अध्ययन कार्य किया हो, पूर्व के ऐसे नवसाक्षर जिन्होंने साक्षरता अभियान अंतर्गत संचालित कक्षाओं में प्रवेशिका पूर्ण कर अंतरिम मूल्याकंन में सफलता अर्जित की हो, किन्तु प्रमाणीकरण नहीं किया जा सका हो, ऐसे व्यक्ति जो पूर्व में शिक्षा प्राप्त कर चुके है किन्तु उनके पास किसी प्रकार का प्रमाणीकरण ना हो तथा उनकी उम्र 15 वर्ष या अधिक हो।

परीक्षा केन्द्र शासकीय विद्यालय/पंचायत भवन/सामाजिक चेतना केन्द्र में होंगे जो कि उपलब्ध सुविधाओं पर निर्भर करेगा। परीक्षा केन्द्र में उपयुक्त प्रबंध के साथ-साथ अन्य प्रबंध जैसे पीने का पानी, टेबिल कुर्सी, फर्श टाटपटटी आदि की व्यवस्था की जावेगी। शासकीय स्कूलों के प्रधानाध्यापक/प्राचार्य परीक्षा केन्द्र प्रभारी होगें और परीक्षा के आयोजन के साथ जुडी समस्त गतिविधियों के लिए उत्तरदायी होगे। कुल मूल्यांकन 150 अंको का होगा, जिसमें पढ़ना-50, लिखना-50 एवं गणित-50 अंक निर्धारित किये गये है। प्रत्येक विषय में 33 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त होने पर ही परीक्षा में उत्तीर्ण माना जावेगा। 33 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त होने पर संबंधित के परीक्षा परिणाम में ‘‘सुधार की आवश्यकता‘‘ लिखा जावेगा।