भारत को विश्व गुरु बनाने संस्कृत को जन्म भाषा बनाना होगा : सांसद दुबे

संस्कृत भारती का दो दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन संपन्न

(सुमित खरे)

जबलपुर (साई)। भारत को पुनः विश्व गुरु के रूप में  स्थापित करने के लिए आवश्यक है कि संस्कृत भाषा को जन भाषा बनाया जाए । हमारे प्राचीन ग्रंथों व वेदों में विज्ञान के ज्ञान का भंडार भरा हुआ है और यह सभी ग्रंथ संस्कृत भाषा में है यदि हम इस ज्ञान का लाभ लेना चाहते हैं तो हमें संस्कृत को जन भाषा बनाना होगा और भारत को एक बार पुनः विश्व गुरु के रूप में स्थापित करना होगा ।

उक्त उद्गार आज ग्वारीघाट के साकेत धाम परिसर में आयोजित संस्कृत भारती के दो दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन के समापन पर जबलपुर क्षेत्र के सांसद आशीष दुबे ने मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल में संस्कृत जन भाषा थी किंतु पिछले पांच सौ वर्षों में लगातार भारत पर हुए विदेशी हमले के कारण यह भाषा धीरे-धीरे क्षीण होती गई ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ राजीव लोचन त्रिपाठी संस्थापक संस्कृत वेदांग महाविद्यालय ने वेद वेदांत की विस्तृत चर्चा करते हुए संस्कृत के महत्व पर प्रकाश डाला तथा विश्वास व्यक्त किया कि संस्कृत के विद्वान संस्कृत को जन भाषा बनाने में प्राण प्रण से जुट जाएंगे।

कार्यक्रम को वित्त लेखाकार अखिलेश जैन, संस्कृत बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष भरत बैरागी ने भी संबोधित किया। इसके पूर्व रात्रि में महेंद्र दुबे शक्ति तिवारी प्रमोद शुक्ला के  निर्देशन में सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न हुए । कार्यक्रम के अंत में सांस्कृतिक आयोजन में उत्कृष्ट प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।

इस दो दिवसीय अधिवेशन में 300 से भी अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया ।पूरे परिसर का वातावरण संस्कृत मय था और भाग लेने वाले सभी प्रतिभागी संस्कृत भाषा में ही संभाषण करते नजर आए। प्रातः काल वेद पाठन वेदों की ऋचाओं व श्लोक से दिनचर्या का प्रारंभ होता था और रात्रि विश्राम मंत्र के साथ दिनचर्या की समाप्ति होती थी। सभी प्रतिभागियों ने संस्कृत को शीघ्र अति शीघ्र जन भाषा बनाने का संकल्प दोहराया।

SUMIT KHARE

पत्रकारिता के क्षेत्र में लगभग एक दशक से सक्रिय सुमित खरे, मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो हैं. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 में किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.