आचार्य विद्यासागरजी के पैर का छाला फूटा

 

कुछ देर रुके… और फिर आधा किमी चले

(ब्यूरो कार्यालय)

इंदौर (साई)। दिगंबर जैन समाज के सबसे बड़े संत आचार्य विद्यासागर महाराज (74) का स्वास्थ्य ठंड के चलते सोमवार को बिगड़ गया। बड़वाह के सरस्वती बाल मंदिर से निकलकर उन्हें आठ किलोमीटर विहार कर चोरल आना था, लेकिन करीब साढ़े तीन किलोमीटर चलने के बाद उनके पांव के छाले फूट गए। इसके कारण उन्हें मार्ग पर ही बैठना पड़ा।

इसके बाद वे साधुओं के सहारे से करीब आधा किलोमीटर चले। कुछ ही दूरी पर संघ के लोगों ने ग्वालू में एक फार्म हाउस में उनके रात्रि विश्राम की व्यवस्था की। जानकारी अनुसार, विहार कर रहे संतश्री को ठंड से बचाने के लिए पॉलीथिन का शेड बनाकर चारों ओर से कवर कर संघ के लोग चल रहे थे।

सोमवार सुबह भी उन्होंने प्रवचन न देते हुए सिर्फ भक्तों को दर्शन दिए। सुबह सामायिक भी उन्होंने स्कूल की छत पर की। उनके दर्शन के लिए इंदौर से सैकड़ों समाजजन पहुंचे थे। ब्रह्मचारी सुनील भैया और दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद इंदौर के युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राहुल सेठी ने बताया कि संतश्री मंगलवार को विहार शुरू करेंगे।

श्रद्धालुओं ने बनाई रंगोली : आचार्यश्री के इंदौर आगमन का उल्लास सोमवार को बड़वाह में नजर आया। यहां आचार्यश्री के दर्शन के लिए सुबह 7 बजे से लोग एकत्रित होने लगे थे। आचार्यश्री के संघ में 31 साधु हैं। यहां करीब 27 चौके लगाए गए थे जिनमें से 15 चौके इंदौर वासियों द्वारा लगाए गए थे। महाराज के विहार मार्ग में उत्साहित श्रद्धालुओं ने रंगोली भी बनाई। बड़ी संख्या में विहार में भी शामिल हुए।

आगे बढ़ी इंदौर में प्रवेश की संभावित तारीख : समाज के नकुल पाटोदी ने बताया कि 1999 के बाद अब महाराजश्री का आगमन इंदौर में हो रहा है। इसे लेकर समाज में उत्साह है। पहले उनका प्रवेश एक जनवरी को संभावित था जो अब स्वास्थ्य ठीक न होने से तीन-चार जनवरी को संभावित हो गया है। अभी संतश्री इंदौर की सीमा में प्रवेश से 40 किलोमीटर दूर है।