(ब्यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। मध्य प्रदेश की रीवा पुलिस एक अडॉप्शन सेंटर पर लगे यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रही है। इस अडॉप्शन सेंटर पर कैलिफॉर्निया के एक दंपती ने बच्चों के यौन शोषण का आरोप लगाया है। इस दंपती ने इसी अडॉप्शन सेंटर से चार बच्चों को गोद लिया था।
पुलिस के अनुसार 15 मार्च 2019 को इन लोगों ने आंचल शिशु गृह से गोद लिया था। इसका संचालन निवेदिता कल्याण समिति करती है। बच्चों को गोद लेने के छह महीने बाद इस दंपती ने दर्ज शिकायत में कहा है कि उन्हें गोद ली हुई लड़की ने बताया कि अडॉप्शन सेंटर में उनका यौन शोषण होता था।
माता-पिता की मौत के बाद यहां पहुंचे
गोद लिए हुए सभी बच्चे भाई-बहन हैं। इनमें से सबसे बड़ी लड़की 12 साल की है, उसकी दो 5 और 4 साल की बहने हैं। उनके भाई की उम्र 7 साल के आसपास है। इन्हें 2017 में अडॉप्शन सेंटर में लाया गया था। इससे पहले ये रीवा में अपनी मां के साथ रहते थे। इनके पिता की मौत एक हादसे में हो गई थी, जबकि मां की मौत 2017 में हो गई। सभी बहनें 4 अप्रैल 2017 को ही अडॉप्शन सेंटर भेज दिया गया था। उस समय उनका भाई अपनी बीमार मां के साथ अस्पताल में था। लेकिन मां की मृत्यु के बाद उसे भी 4 अक्टूबर को अडॉप्शन सेंटर ले जाया गया।
15 मार्च को इन्हें गोद लिया गया
15 मार्च 2019 को इन चारों को कैलिफॉर्निया के एक कपल ने गोद ले लिया था। उनकी यह शिकायत केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को भेजी और वहां से 15 अक्टूबर को यह रीवा पुलिस को मिली। इसके बाद जांच के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस कर रही है जांच
रीवा के एसपी आबिद खान ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘हम आरोपों की पुष्टि के लिए मामले की जांच कर रहे हैं। बच्चे यहां नहीं रहते हैं हम उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।‘ वहीं रीवा के जिलाधिकारी ओपी श्रीवास्तव का कहना था, ‘शिकायत के बाद सभी बच्चों को सतना के एक दूसरे सेंटर में भेज दिया गया है। चूंकि घटना छह महीने पुरानी है और बच्चे भी यहां नहीं हैं इसलिए पुलिस सीसीटीवी कैमरे फुटेज की जांच कर रही है।‘
(डिस्क्लेमर: सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक इस खबर में पीड़ितों की निजता का सम्मान करते हुए उनकी पहचान उजागर नहीं की गई है।)