खतरनाक प्रदूषण की ओर 39 पायदान बढ़ा भोपाल

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। सबसे स्वच्छ राजधानी का तमगा हासिल करने वाले भोपाल की वायु प्रदूषण के मामले में हालत लगातार खराब होती जा रही है। भोपाल एक साल में खतरनाक प्रदूषण की तरफ 39 पायदान बढ़कर देश का 63वां प्रदूषित शहर बन गया है।

प्रदूषण की वजह खुले में निर्माण कार्य करना, उखड़ी सड़कें, कचरा जलाना, पुराने वाहनों का धुआं जैसी वजह हैं। जबकि सबसे प्रदूषित शहर झारखंड का झारिया है। मिजोरम के लुंगलेईशहर की हवा सबसे साफ है। ग्रीनपीस इंडिया सोसायटी ने मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी कर यह दावा किया है। सोसायटी ने देश के 287 शहरों में सर्वे किया था। रिपोर्ट का मुख्य आधार पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 10 को रखा गया है।

ग्रीनपीस के सीनियर कैंपेनर अविनाश चंचल ने बताया कि साल 2018 तक उपलब्ध पीएम 10 के आंकड़ों को आधार मानकर 287 शहरों में सर्वे किया गया। इसमें भोपाल समेत मप्र के 12 शहरों को शामिल किया था। भोपाल शहर में पीएम 10 का वार्षिक स्तर 135 प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया है।

राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार यह स्तर 60 होना चाहिए। रिपोर्ट में दावा किया है कि साल 2017 तक के आंकड़ों में पीएम 10 का स्तर 93 था। इस तरह भोपाल की स्थिति देश में 102 स्थान पर थी। तब 313 शहरों का सर्वे किया था। पीएम 10 के आंकड़े बताते हैं कि भोपाल में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। हालांकि प्रदेश के अन्य 12 शहरों में पीएम 10 का स्तर भोपाल की तुलना में कम है।