प्रदेश में मृगनयनी के माध्यम से कुटीर व हस्तशिल्प उद्योग को मिलेगा बढ़ावा

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। प्रदेश के कुटीर व हस्तशिल्प उद्योग को बढ़ावा देने प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों में मृगनयनीशो-रूम खोले जाएंगे।

सभी शो-रूम में कुटीर व हस्तशिल्प उद्योग में बुनकर, शिल्पियों द्वारा बनाई गई विभिन्न प्रकार की सामग्री बेची जाएगी। एमएलबी स्कूल में शुक्रवार को हैंडलूम एक्सपो-2019 का शुभारंभ करके यह विचार कुटीर एवं ग्रामोद्योग व नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव ने व्यक्त किए।

कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस का बीते एक साल का कार्यकाल अद्वितीय रहा। इसमें जनता से चुनाव पूर्व किए गए वादों को पूरा करने का प्रयास किया गया। गांव के गरीब, किसान और बुनकर, शिल्प कला को प्रोत्साहित कर रहे हैं। इसके तहत हथकरघा बुनकर, हस्तशिल्प, पत्थरशिल्प से जुड़ी कला को जीवित बनाए रखने के कार्य भी हो रहे हैं। प्रदेश की इस कला का अप्रैल-2020 में मृगनयनी के माध्यम से लंदन में प्रदर्शन भी किया जाएगा। लंदन के मेले में एक स्टाल लगेगा, जिसमें प्रदेश के कारीगरों द्वारा बनाई गई सामग्री का प्रदर्शन और बिक्री की जाएगी।

ट्रेनिंग और मार्केटिंग पर ध्यान

मंत्री ने कहा कि बुनकर और हस्तशिल्प कला को निखारने की मंशा से नए कारीगरों को काम करने की ट्रेनिंग (प्रशिक्षण) भी दी जा रही है। वहीं इन कारीगरों द्वारा बनाए गए माल को बेचकर लाभ का धंधा बनाने के उद्देश्य से मार्केटिंग पर भी ध्यान दिया जा रहा है