करोड़ों का आसामी निकला 5500 की रिश्वत लेते पकड़ा सिविल सर्जन

 

 

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। 5 हजार 500 रुपए की रिश्वत में दबोचे गए मंडला जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. मनोज मुराली के घर पर की गई छापामारी में लोकायुक्त ने करोड़ों रुपए की चल-अचल सम्पत्ति उजागर की है।

07 लाख नकद, साढ़े 7 लाख बैंक बैलेंस, साढे 12 लाख के जेवर, घर के भीतर 90 लाख की सामग्री, 24 लाख 50 हजार के भूमि संबंधी दस्तावेज समेत लोकायुक्त ने अब तक 3 करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति का पता लगाया है। डॉ. मुराली के बैंक खातों व लॉकर का पता लगाया जा रहा है। खास बात यह है कि डॉ. मुराली जबलपुर के एक चिकित्सक व अपनी पत्नी की पार्टनरशिप में मंडला में निजी अस्पताल खोलने की तैयारी में थे, जिसके अनुबंध पत्र भी लोकायुक्त के हाथ लगे हैं।

बैंकों से मांगी जानकारी

करोड़ों की सम्पत्ति उजागर होने के बाद लोकायुक्त ने बैंकों से डॉ. मुराली के अन्य बैंक खातों व लॉकर की जानकारी मांगी है। जानकारी मिलने के बाद जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा। लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा का कहना है कि डॉ. मुराली करोड़ों के बजट वाला निजी अस्पताल खोलना चाह रहा था, जिसमें 60 फीसद की पार्टनरशिप उसकी पत्नी प्रस्तावित थी।

जिला अस्पताल के चिकित्सा उपकरण तो नहीं

डॉ. मुराली के आलीशान भवन में मिले लाखों के चिकित्सा उपकरण जिला अस्पताल के तो नहीं हैं इसका पता लगाया जा रहा है। उसके घर पर चिकित्सा उपकरणों के बिल बाउचर नहीं मिले जिससे आशंका जताई जा रही है कि जिला अस्पताल के लिए शासन द्वारा सप्लाई किए गए उपकरणों को डॉ. मुराली निजी इस्तेमाल में लेने की तैयारी में था। सीएमएचओ को पत्र देकर डॉ. मुराली के घर पर मिले उपकरणों की खरीदी की हकीकत का पता लगाया जा रहा है।

यह है मामला-

मंडला जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. मुराली ने बीमा क्लेम फार्म पर हस्ताक्षर करने के लिए अमझर मंडला निवासी हरिशचंद्र उइके से 5500 रुपए रिश्वत ली थी। जबलपुर से पहुंची लोकायुक्त टीम ने रिश्वत लेते हुए उसे 22 अप्रैल को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया था। लोकायुक्त टीम ने डॉ. मुराली के घर व कार्यालय में छापामारी भी की थी। डॉ. मुराली फिलहाल जेल में है।

रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किए गए मंडला जिला अस्पताल के सिविल सर्जन के पास 3 करोड़ से ज्यादा की चल-अचल सम्पत्ति का पता चला है। घर पर छापामारी में एक्स-रे मशीन सहित तमाम चिकित्सा उपकरण पाए गए, जिनकी खरीदी के संबंध में ब्यौरा जुटाया जा रहा है।

अनिल विश्वकर्मा, एसपी

लोकायुक्त.

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